शिवसेना में 'दो फाड़' के बाद खौफ में राज ठाकरे! MNS नेताओं, कार्यकर्ताओं के लिए जारी किया 'गैग ऑर्डर'

राज ठाकरे ने अपनी पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए आदेश जारी कर कहा है कि एमएनएस के किसी भी जवान को किसी भी मीडिया या सोशल मीडिया पर चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में लिखना नहीं चाहिए। मैं इस सब पर पार्टी की स्थिति को उचित समय पर पेश करूंगा।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

शिवसेना में दो फाड़ के बाद दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों में गहराते संकट के बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने एक वर्चुअल 'गैग ऑर्डर' जारी किया है, जिसमें अपनी पार्टी के लोगों को किसी भी राजनीतिक उथल-पुथल के बारे में बात करने से रोक दिया गया है।

राज ठाकरे ने अपनी पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को आदेश दिया है कि मुद्दों पर (शिवसेना में चल रहे) मीडिया से बात न करें या सोशल मीडिया पर पोस्ट न करें। राज ने कहा कि एमएनएस के किसी भी जवान को किसी भी मीडिया या सोशल मीडिया पर चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में लिखना नहीं चाहिए। मैं इस सब पर पार्टी की स्थिति को उचित समय पर पेश करूंगा।


बता दें कि राज ठाकरे अपने भाई उद्धव ठाकरे के कड़वे राजनीतिक विरोधी हैं, हालांकि उनके मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस आर बीजेपी के अन्य नेताओं के साथ उत्कृष्ट संबंध हैं। राज ठाकरे शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के भतीजे हैं और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई हैं। उन्होंने 2006 में एमएनएस को लॉन्च करने के लिए 2005 में पार्टी छोड़ दी थी।

दूसरी तरफ अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव से पहले चुनाव आयोग ने आज शिवसेना विवाद में बड़ा फैसला दिया है। आयोग ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट को पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिए हैं। आयोग ने उद्धव गुट को पार्टी के नाम के रूप में 'शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और चुनाव चिन्ह के रूप में ज्वलंत मशाल आवंटित किया है। जबकि शिंदे गुट को 'बालासाहेबंची शिवसेना' नाम आवंटित किया गया है।

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