राजस्थानः कांग्रेस लहर के सामने वसुंधरा सरकार के कई दिग्गज भी नहीं बचा पाए अपनी सीट

राजस्थान विधानसभा की 199 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। परिणामों के रूझान से राज्य में कांग्रेस की सरकार बनना तय है। राज्य में चली कांग्रेस की आंधी में बीजेपी की वसुंधरा सरकार के कई दिग्गज भी अपनी सीट नहीं बचा पाए।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजों और अब तक आए रुझानों में कांग्रेस बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है। कांग्रेस ने 101 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है, जबकि बीजेपी 73 सीटों पर सिमट गई है। अब तक घोषित नतीजों की बात करें, तो राज्य में बीएसपी को 6 और सीपीएम को भी 2 सीट मिली हैं। जबकि निर्दलीयों के खाते में 10 से ज्यादा सीटें गई हैं। राजस्थान में कांग्रेस की लहर के आगे सीएम वसुंधरा राजे ने अपनी हार स्वीकार करते हुए राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है।

राज्य में कांग्रेस लहर के आगे वसुंधरा राजे सरकार में कद्दावर रहे कई मंत्री चुनाव हार गए हैं। इनमें परिवहन मंत्री युनुस खान, खान मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी शामिल हैं। इनके अलावा जल संसाधन मंत्री डॉ रामप्रताप हनुमानगढ़ सीट से तो पशुपालन मंत्री रहे ओटाराम देवासी सिरोही सीट से अपना चुनाव हार गए हैं। राजे सरकार में कृषि मंत्री प्रभु लाल सैनी, खाद्य व आपूर्ति मंत्री बाबू लाल वर्मा, पर्यटन मंत्री कृष्णेंद्र कौर, सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री अरूण चतुर्वेदी, उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत भी अपनी सीट नहीं बचा पाए।

वहीं कांग्रेस लहर में वसुंधरा राजे अपनी सीट बचाने में कामयाब रही हैं। उन्होंने झालरापाटन से जीत दर्ज की है। उन्होंने झालरापाटन से कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह को हराया, जो बीजेपी के दिग्गज नेता रहे जसवंत सिंह के बेटे हैं।वसुंधरा राजे के जिन प्रमुख मंत्रियों ने जीत हासिल करने में सफलता पाई है उनमें गृहमंत्री रहे गुलाब चंद कटारिया ने उदयपुर सीट पर जीत दर्ज किया है। उन्होंने कांग्रेस की दिग्गज नेता गिरिजा व्यास को हरा दिया है। वहीं चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ, महिला व बाल विकास मंत्री अनिता भदेल और शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी भी अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे हैं।

वसुंधरा राजे ने अपनी हार स्वीकार करते हुए विधानसभा चुनाव में जीत के लिए कांग्रेस पार्टी को बधाई दी है। राजे ने कहा, 'मैं कांग्रेस पार्टी को बधाई देना चाहती हूं। मैं इस जनादेश को स्वीकार करती हूं।

कांग्रेस की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने सरदारपुरा से जीत दर्ज की है। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने टोंक से जीत दर्ज की है। उन्होंने बीजेपी के एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार और सीएम वसुंधरा के बेहद करीबी मंत्री युनूस खान को हराया है। वहीं झोटवाड़ा से कांग्रेस के लालचंद कटारिया, हवामहल से कांग्रेस के महेश जोशी, सिविल लाइंस से कांग्रेस के प्रताप सिंह खाचरियावास, किशनपोल से कांग्रेस के अमीन कागजी और आदर्श नगर से कांग्रेस के रफीक खान ने जीत दर्ज कर ली है।

वहीं पार्टी की जीत से खुश कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने कहा कि ये कांग्रेस की शानदार जीत है। उन्होंने कहा कि इससे बेहतर क्या होगा कि हम तीन राज्यों में सरकार बना रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्य़क्ष राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता की तारीफ करते हुए कहा कि गुजरात में जिस तरह से राहुल गांधी ने पीएम मोदी और अमित शाह का मुकाबला किया, उसके बाद से पूरे देश में कांग्रेस का ग्राफ ऊपर गया है और पीएम मोदी का ग्राफ लगातार नीचे जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने बिना मुद्दे के चुनाव लड़ा और राजस्थान में कांग्रेस को जनादेश मिला है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने पार्टी की जीत के लिए राज्य की जनता का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में पूर्ण बहुमत से कांग्रेस सरकार बनेगी। उन्होंने जीत का श्रेय राहुल गांधी को देते हुए कहा कि राजस्थान की जीत उनके लिए तोहफे की तरह है।

बता दें कि राज्य की 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीट पर चुनाव हुआ था, जिसमें 4,74,79,402 मतदाताओं ने 2274 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला किया था। प्रदेश की रामगढ़ सीट पर बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के निधन से यहां चुनाव स्थगित कर दिया गया था।

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