जानें आनंद शर्मा ने क्यों कहा- पीएम मोदी सरदार पटेल मिलेंगे तो बहुत नाराज होंगे

राज्यसभा में नागरिक संशोधन बिल पर चर्चा जारी है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल इस बिल का विरोध कर रहे हैं। राज्यसभा में बिल पर चर्चा करते हुए कांग्रेस सांदस आनंद शर्मा ने सरदार पटेल के बहाने पीएम मोदी पर जबरदस्त हमला बोला।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

राज्यसभा में नागरिक संशोधन बिल पर चर्चा जारी है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल इस बिल का विरोध कर रहे हैं। राज्यसभा में बिल पर चर्चा करते हुए कांग्रेस सांदस आनंद शर्मा ने सरदार पटेल के बहाने पीएम मोदी पर जबरदस्त हमला बोला। पुनर्जन्म का जिक्र करते हुए आनंद शर्मा ने कहा कि हमारे धर्म में पुनर्जन्म को माना जाता है। ऐसे में संभावना है कि कभी सरदार पटेल से पीएम मोदी मिल जाएं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ और सरदार पटेल पीएम मोदी से मिल लिए तो बहुत नाराज होंगे। बीजेपी पर निशाना साधा हुए उन्होंने कहा कि गांधी तो दुखी होंगे ही कि मेरे 150 साल मना रहे और ऐसा करते हो। गांधी का चश्मा और नाम केवल विज्ञापन के लिए नहीं है। उनके चश्मे से हिंदुस्तान को देख। समाज को देखो। मानवता को देखो।

आनंद शर्मा ने गृह मंत्री अमित शाह से पूछा कि पूरे देश में असुरक्षा की भावना है। नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) की चर्चा हो रही है। कई जगहों पर जमीन ले लिया गया है। क्या आप पूरे देश में डिटेंशन सेंटर बना रहे है। ये जर्मनी के कॉन्संट्रेशन कैंप (नाजी कैंप) की याद दिला रहे हैं।


आनंद शर्मा ने कहा कि असम में आज बच्चे सड़क पर क्यों हैं, जो डिटेंशन सेंटर बनाया गया है तो वहां पर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को भेजना चाहिए। आनंद शर्मा ने गृहमंत्री अमित शाह के उस बयान को जिस में उन्होंने बीजेपी की घोषणापत्र का जिक्र किया था कहा कि किसी राजनीतिक दल का घोषणापत्र देश का संविधान नहीं हो सकता है। असम में आज लोग जल रहे हैं, उनके मन में असुरक्षा है लेकिन आप पूरे देश में NRC लाने की बात कह रहे हैं।

आनंद शर्मा ने कहा कि गांधी-पटेल का नाम लेने से कुछ नहीं होगा, अगर सरदार पटेल पीएम मोदी से मिलते तो बहुत नाराज होते..गांधी का चश्मा सिर्फ विज्ञापन के लिए नहीं है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि अभी तक 9 संशोधन आए, गोवा, दमन-दीव, पुडुचेरी, युंगाडा, श्रीलंका, केन्या से आए लोगों को भारत की नागरिकता दी गई। 6 साल देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी थे, क्या उनपर भी सवाल खड़ा करेंगे। नागरिकता देते वक्त संसद ने धर्म को आधार नहीं बनाया, ये बिल आर्टिकल 14 का उल्लंघन है।


आनंद शर्मा ने कहा कि आपका ये बिल संविधान की परीक्षा में फेल होता है। भारत ने सदियों से लोगों को शरण दी है, यहूदी-पारसी-ईसाई सभी को भारत ने शरण दी थी। कांग्रेस नेता ने इस दौरान 9/11 का जिक्र किया, लेकिन 126 साल में 9/11 पर चार घटनाएं हुई हैं। महात्मा गांधी का सत्याग्रह भी 9/11 को शुरू हुआ था। 9 सितंबर को ही स्वामी विवेकानंद ने भाषण दिया था, उन्होंने कहा था कि मैं ऐसे देश से संबंध रखता हूं जो हर धर्म के लोगों को शरण देता है।

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Published: 11 Dec 2019, 3:21 PM