CAA पर NDA में फूट! पासवान ने खड़े किए सवाल, कहा- नागरिकता तो दूर, अधिकार पर उंगली भी नहीं उठा सकती सरकार

रामविलास पासवान ने कहा कि धर्म के आधार पर कोई सरकार किसी की नागरिकता नहीं छीन सकती। उन्होंने कहा कि चाहे दलित, आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यक या उगड़ी जाति के लोग हों, वे सभी देश के असली नागरिक हैं। नागरिकता उनका जन्म सिद्ध अधिकार है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन के बीच बीजेपी की सहयोगी पार्टी के नेता रामविलास पासवान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर कोई सरकार किसी की नागरिकता नहीं छीन सकती। उन्होंने कहा कि चाहे दलित, आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यक या उगड़ी जाति के लोग हों, वे सभी देश के असली नागरिक हैं। नागरिकता उनका जन्म सिद्ध अधिकार है।

रामविलास पासवान ने आगे कहा, “जहां तक राष्ट्रीय नागरिक पंजी का सवाल है, इस पर अब तक कोई चर्चा नहीं हुई है लेकिन इसका किसी धर्म से कोई संबंध नहीं है और किसी भी व्यक्ति को धार्मिक आधार पर नागरिकता से वंचित नहीं किया जा सकता है।”


उन्होंने आगे कहा, ‘‘सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता मेरा और मेरी पार्टी एलजेपी का मिशन है। मैंने जीवनभर दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया है।’’

गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के कई हिस्सों में करीब 20 दिनों से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। दिल्ली, यूपी समेत कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन बीते दिनों देखने को मिला है। यूपी में हिंसा में कई लोगों की मौत भी हो गई थी। वहीं दूसरी ओर दिल्ली से उठे विरोध के सुर अभी भी कम नहीं हुए हैं। दिल्ली में अभी भी नागरिकता कानून का विरोध जारी है। दिल्ली के जामिया मिलिया विश्वविद्यालय में लगातार इस कानून के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि नागरिकता कानून और एनआरसी सरकार वापस लें।

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Published: 04 Jan 2020, 11:13 AM