राजस्थान में दुष्कर्म के आरोपी ने युवती को गोली मारी, गंडासे से किया हमला, पीड़िता से मिलने अस्पताल पहुंचे गहलोत

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को अस्पताल में पीड़िता के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और परिजनों से बातचीत की।

प्रतीकात्मक तस्वीर
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नवजीवन डेस्क

राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले में दुष्कर्म के एक आरोपी और उसके साथियों ने पीड़िता को कथित तौर पर गोली मारी और उस पर गंडासे से हमला कर दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई।

पुलिस महानिदेशक यू.आर. साहू ने बताया कि मामले के मुख्य आरोपी राजेंद्र यादव का सोमवार को जयपुर में ट्रेन की चपेट में आने से पैर कट गया। पुलिस ने उसे पकड़ लिया गया है।

उन्होंने बताया कि पुलिस को गुमराह करने के लिए यादव ने अपनी दाढ़ी और बाल कटवा लिए थे। सोमवार सुबह वह जयपुर के मालवीय नगर में ट्रेन की चपेट में आ गया जिससे उसका दाहिना पैर कट गया और बायां पैर भी चोटिल हुआ है।

कोटपूतली-बहरोड़ की पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने बताया कि जयपुर के सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल में पुलिस निगरानी में उसका उपचार किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 506 (आपराधिक धमकी) और शस्त्र अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

उन्होंने बताया कि कथित वारदात में शामिल दो अन्य आरोपी महेश उर्फ महिपाल (22) और राहुल गुर्जर (19) को गिरफ्तार कर लिया गया है।


पुलिस ने बताया कि राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने ट्रेन की चपेट में आकर एक युवक के घायल होने की सूचना दी थी जिसके बाद आपातकालीन सेवा-108 ने घायल यादव को एसएमएस अस्पताल पहुंचाया। उसने बताया कि आरोपी ट्रेन के आगे कूदा या फिर चपेट में आया है, इसकी जांच की जा रही है।

पीड़िता शनिवार रात जब अपने भाई के साथ दोपहिया वाहन से घर लौट रही थी तो प्रागपुरा थाने के पास उस पर हमला कर दिया गया। पुलिस के अनुसार यादव और उसके साथी महिपाल तथा राहुल ने उनका पीछा कर भाई-बहन पर हमला कर दिया। राजेंद्र ने पीड़िता की पीठ में गोली मारी और अन्य आरोपियों ने भी हमला किया।

घटना के बाद शनिवार को पीड़िता के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार राजेंद्र ने 16 जनवरी को युवती के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया था।

परिवार ने कहा, ‘‘ यादव को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन हाल ही में वह जमानत पर बाहर आया और उसने पीड़िता को मामला वापस लेने के लिए धमकाना शुरू कर दिया।"

प्राथमिकी के अनुसार जब पीड़िता ने मामला वापस नहीं लिया तो उसने जानलेवा हमला कर दिया। चाकू के वार से घायल पीड़िता के भाई को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजनों का आरोप है कि राजेंद्र यादव पीड़िता को पुलिस के नाम पर धमकाता था और कहता था कि पुलिस उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती।


पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को अस्पताल में पीड़िता के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और परिजनों से बातचीत की।

गहलोत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘ एसएमएस अस्पताल में भर्ती पीड़िता के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली एवं परिजनों से बात की। अगर पीड़िता को सुरक्षा दी गई होती तो ऐसा नहीं होता। यह सरकार की लापरवाही है। इस प्रकरण की त्वरित जांच कर न्याय सुनिश्चित करना चाहिए।’’

मामले में कांग्रेस ने चार सदस्यीय समिति का गठन किया है जिसमें पूर्व चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा, कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौड़, राजस्थान बाल संरक्षण अधिकार आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल और पूर्व विधायक इंद्राज गुर्जर शामिल हैं। समिति पूरे मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस समिति (पीसीसी) अध्यक्ष को सौपेंगी।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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