तेल की कीमतों ने निकाला धुंआ, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत पांच साल की ऊंचाई पर

देश के इतिहास में डीजल अब तक के सबसे ऊंचे दाम पर पहुंच गया है। वहीं पेट्रोल के दामों में भारी इजाफा हुआ है और राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत पांच साल के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। एक बार फिर पेट्रोल- डीजल की कीमतों में इजाफा हुआ है, जिससे दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 5 साल के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है। वहीं, इस बढ़ोतरी से डीजल की कीमत भी अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है। राजधानी दिल्ली में शुक्रवार से पेट्रोल की कीमत 74 रुपए 8 पैसे प्रति लीटर हो गई है। इसी तरह, दिल्ली में डीजल की कीमत 65 रुपए 31 पैसे प्रति लीटर पहुंच गई है। इससे पहले डीजल कभी इतना महंगा हुआ था। पेट्रोल के दाम सबसे ज्यादा मुंबई में बढ़े हैं, जहां इसकी कीमत 81 रुपये 93 पैसे प्रतिलीटर पहुंच गई है। वहीं, डीजल भी कुछ शहरों में 70 रुपए प्रति लीटर के दाम को पार कर गया है।

इसके अलावा, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में भी पेट्रोल की कीमतें कई सालों के सबसे ऊपरी स्तर पर पहुंच गई हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक, कोलकाता में शुक्रवार को पेट्रोल 76.78 रुपये प्रति लीटर, मुंबई में 81.93 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 76.85 रुपये प्रति लीटर था। तेल कंपनियों का कहना है कि पेट्रोलियम उत्पादक देशों की ओर से उत्पादन में कटौती किए जाने के फैसले की वजह से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल महंगा हो गया है, जिसके फलस्वरूप घरेलू बाजार में भी पेट्रोल की कीमतों में इजाफा हुआ है।

तेल की कीमतों ने निकाला धुंआ, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत पांच साल की ऊंचाई पर

तेल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से जनता त्रस्त है और मोदी सरकार मुनाफाखोरी में व्यस्त है।


अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 20 अप्रैल को क्रूड ऑयल की कीमत 74.74 डॉलर प्रति बैरल रही। 2013 में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया था, तब जाकर भारत में पेट्रोल के दाम इस स्तर पर पहुंचे थे। अमेरिका में क्रूड ऑयल उत्पादन में कमी और सऊदी अरब द्वारा ऊंचे भाव का टारगेट तय कर दिए जाने से कीमतों दबाव बढ़ा है। बता दें कि क्रूड के सबसे बड़े निर्यातक सऊदी अरब ने क्रूड ऑयल के लिए 80 डॉलर से 100 डॉलर प्रति बैरल तक का टारगेट तय कर दिया है।

वहीं केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने तेल कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सफाई दी है कि सरकार इसको लेकर चिंतित है और इसके लिए हमें पेट्रोलियम उत्पादों को जीएलटी के दायरे में लाना होगा।

पेट्रोल और डीजल के दाम इस साल सबसे ज्यादा बढ़े हैं। अप्रैल महीले की शुरुआत से लेकर अब तक पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार बढ़ोतरी हुई है। इस साल के शुरुआती 4 महीनों में पेट्रोल के दाम करीब 4 रुपए और डीजल की कीमतें 5-6 रुपए तक बढ़ चुकी हैं। ये किसी भी साल में होने वाली सबसे बड़ी बढ़ोतरी है।

अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में सरकार देश के पेट्रोल-डीजल उपभोक्ताओं को कितनी राहत पहुंचाती है, क्‍योंकि आने वाले दिनों में वैश्विक स्‍तर पर क्रूड ऑयल के भाव और ऊपर जाने की पूरी संभावना है।

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