एक हाथ में राइफल और एक हाथ में दूध, देखें कैसे मासूम की मदद के लिए GRP का जवान बना ‘उसैन बोल्ट’!

आरपीएफ जवान इंदर यादव से साफिया ने बच्ची के लिए दूध लाने का आग्रह किया। इंदर स्टेशन के बाहर दूध लेने गया, जब लौटा तो गाड़ी चल दी थी। इंदर उस कोच की तरफ दौड़ा जिसमें साफिया सवार थी। वह अपनी कोशिश में कामयाब रहा।

फोटो: सोशल मीडिया
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आईएएनएस

कोरोना महामारी के संकट के दौर में सुखद तस्वीरें भी नजर आ रही है। भोपाल से गुजरती एक गाड़ी में सवार तीन माह की बच्ची की भूख को मिटाने के लिए रेलवे सुरक्षा बल के जवान ने दूध का पैकेट बच्चे की मां तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस घटना का वीडियो रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपने ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा है, “एक हाथ में राइफल और एक हाथ में दूध। किस तरह भारतीय रेलवे ने उसैन बोल्ट को पछाड़ा।”

वाक्या भोपाल के रेलवे स्टेशन का है, कर्नाटक के बेलगांव से गोरखपुर श्रमिक ट्रेन जा रही थी। इसमें साफिया अपनी तीन माह की बच्ची के साथ सफर कर रही थी। वे जब गाड़ी में सवार हुई तो बच्ची क लिए दूध रखना भूल गई। बच्ची दो दिन से भूखी थी। भोपाल रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ जवान इंदर सिंह यादव को साफिया ने बच्ची के लिए दूध लाने की बात कही।


एक हाथ में राइफल और एक हाथ में दूध, देखें कैसे मासूम की मदद के लिए GRP का जवान बना ‘उसैन बोल्ट’!

आरपीएफ जवान इंदर यादव से साफिया ने बच्ची के लिए दूध लाने का आग्रह किया। इंदर स्टेशन के बाहर दूध लेने गया, जब लौटा तो गाड़ी चल दी थी। इंदर उस कोच की तरफ दौड़ा जिसमें साफिया सवार थी। वह अपनी कोशिश में कामयाब रहा। एक हाथ में रायफल और दूसरे में दूध लिए इंदर की भागते हुए तस्वीर प्लेटफार्म पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। इंदर की यह कोशिश जरुरतमंद की मदद का संदेश देने वाली है।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस घटनाक्रम के वीडियो को अपने ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा है। ‘एक हाथ में राइफल और एक हाथ में दूध: देखिये किस तरह भारतीय रेलवे ने उसैन बोल्ट को पछाड़ा।’

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