मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज़ की वायाकॉम18 और डिज्नी का होगा महाविलय, बनेगी देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी

रिलायंस इंडस्ट्रीड की कंपनी वायाकॉम 18 और डिज्नी के बीच महाविलय होने वाला है। इस बाबत ज्वाइंट वेंचर एग्रीमेंट हो गया है। इसके बाद नई कंपनी देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी बन जाएगी।

रिलायंस समूह ने अपनी कंपनी वायाकॉम 18 और डिज्नी के विलय का ऐलान किया है
रिलायंस समूह ने अपनी कंपनी वायाकॉम 18 और डिज्नी के विलय का ऐलान किया है
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नवजीवन डेस्क

रिलायंस इंडस्ट्री के पोर्टफोलियों में देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी हो जाएगी जो भारतीय मीडिया, मनोरंजन और खेल क्षेत्र के दर्शकों को कंटेंट मुहैया कराएगी। इस बाबत मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, वायाकॉम 18 और वॉल्ट डिज्नी ने एक साझा उपक्रम यानी ज्वाइंट वेंचर एग्रीमेंट साइन किया है। इस एग्रीमेंट के तहत स्टार इंडिया और वायाकॉम 18 का आपस में विलय हो जाएगा। नई कंपनी की चेयरपर्सन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी होंगी, जबकि वॉल्ट डिज्नी के पूर्व एक्जीक्यूटिव उदय शंकर इस कंपनी के वाइस चेयरपर्सन होंगे। 2025 की शुरुआत में डील पूरी होने की उम्मीद है।

नई कंपनी बनने के बाद इसके पास कई भाषाओं में 100 से अधिक चैनल, दो प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म और देश भर में करीब 75 करोड़ का दर्शक होंगे। इस साझा उपक्रम यानी ज्वाइंट वेंचर में पोस्ट-मनी बेसिस पर ट्रांजैक्शन वैल्यू करीब 70,352 करोड़ रुपए आंकी गई है। ट्रांजैक्शन पूरा होने के बाद, नई कंपनी पर रिलायंस इंडस्ट्रीज का नियंत्रण होगा, और वह इसमें 11,500 करोड़ रुपए भी निवेश भी करेगी। नई कंपनी में रिलायंस और उसकी सहायक कंपनी वायाकॉम के पास 63.16 फीसदी की हिस्सेदारी होगी, जबकि डिज्नी की 36.84% हिस्सेदारी रहेगी।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने इस एग्रीमेंट पर कहा कि यह एक ऐतिहासिक डील है, जो भारतीय मनोरंजन उद्योग में एक नए युग की शुरुआत करेगा। उन्होंने कहा कि हमने वैश्विक स्तर पर बेस्ट मीडिया ग्रुप के तौर पर हमेशा से डिज्नी का सम्मान किया है। उन्होंने कहा कि वे इस स्ट्रेटेजिक ज्वाइंट वेंचर को लेकर बहुत उत्साहित हैं और रिलायंस ग्रुप के प्रमुख पार्टनर के रूप में डिज्नी का स्वागत करते हैं।

वहीं डिज्नी के सीईओ बॉब इगर ने कहा कि रिलायंस को भारतीय बाजार और उपभोक्ता की गहरी समझ है, और हम मिलकर इस देश की एक अग्रणी कंपनी बनेंगे। उन्होंने कहा कि इस कंपनी के जरिए हम डिजिटल सर्विसेज, एंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स कंटेंट के बड़े पोर्टफोलियो के साथ कंज्यूमर्स को बेहतर सेवाएं दे सकेंगे।

बता दें कि नई बनने वाली साझा कंपनी भारत में एंटरटेनमेंट और स्पोर्ट कंटेंट के लिए लीडिंग टीवी और डिजिटल स्ट्रीमिंग प्लेटफार्मों में से एक होगी। इसमें कलर्स, स्टारप्लस, स्टारगोल्ड जैसे मनोरंजन चैनल और स्टार स्पोर्ट्स और स्पोर्ट्स18 जैसे स्पोर्ट्स चैनल एक साथ मिलेंगे। जियो सिनेमा और हॉटस्टार भी एक साथ आ जाएंगे। नई कंपनी के पास डिज्नी के 30,000 से ज्यादा कंटेंट का लाइसेंस भी होगा।


गौरतलब है कि डिज्नी दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है और उसकी बाजार वैल्यू करीब 16.57 लाख करोड़ रुपए है। डिज्नी ने जब रूपर्ट मर्डोक के परिवार वाले न्यूज कॉर्प से ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी फॉक्स को खरीदा था तो भारत में डिज्नी को लेकर दर्शकों में उत्साह अपने सबसे शीर्ष पर था। डिज्नी के पास आईपीएल मैचों के टीवी और स्ट्रीमिंग राइट्स भी थे। कोरोना के दौरान डिज्नी प्लस के भारत में 16.2 करोड़ ग्राहक थे। लेकिन जब आईपीएल के राइट्स रिलायंस को मिल गए तो कंपनी नुकसान में चली गई थी। इससे पहले भी उसे करीब 500 मिलियन डॉलर का नुकसान हो रहा था।

रिलायंस को आईपीएल के राइट्स मिलने के बाद डिज्नी से कम ही वक्त में भारी संख्या में इसके ग्राहकों में कमी आ गई थी। हालांकि बाकी दुनिया में इसने नए 8 लाख ग्राहक जोड़े थे, लेकिन भारत में इसके ग्राहकों में गिरावट का दौर जारी रहा।

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