अयोध्या में ‘गौरी गणेश पूजा’ के साथ रस्में शुरू, 5 अगस्त को भूमिपूजन

अयोध्या के एक स्थानीय पुजारी महंत सत्येंद्र ने कहा कि ऐसा लगता कि अयोध्या आज ‘त्रेता युग’ में पहुंच गया है। आज सिर्फ मंत्रों का उच्चारण, आरती, घंटियों और रामायण पाठ की गूंज है। यह 3 दिवसीय रस्मों की शुरूआत है। अनुष्ठान का समापन भूमिपूजन के साथ होगा।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

अयोध्या में राम मंदिर के 'भूमिपूजन' से पहले की रस्में सोमवार को 'गौरी गणेश' पूजा के साथ शुरू हुईं। तीन दिवसीय अनुष्ठानों का समापन बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जाने वाले 'भूमिपूजन' के साथ होगा, जो हिंदू धर्म में सभी प्रमुख अवसरों के लिए अनिवार्य माने जाने वाले गणेश पूजा के साथ शुरू हुआ था। पूजा सुबह 8 बजे शुरू हुई, जिसमें 11 पुजारियों द्वारा मंत्रों का जाप किया गया जबकि विभिन्न अन्य मंदिरों में 'रामायण पाठ'आयोजित किए गए।

एक स्थानीय पुजारी महंत सत्येंद्र ने कहा, "प्रतीत होता है कि अयोध्या मानो आज 'त्रेता युग' में पहुंच गया है। आज सिर्फ मंत्रों का उच्चारण, आरती, घंटियों और रामायण पाठ की गूंज है। यह तीन दिवसीय रस्मों की शुरूआत है। अनुष्ठान का समापन 'भूमि पूजन' के साथ होगा और मंदिर निर्माण की शुरूआत भी होगी।"


गौरतलब है कि 5 अगस्त को राममंदिर का भूमिपूजन होगा। भूमिपूजन में पीएम मोदी समेत कई अहम लोग शामिल होंगे। भूमिपूजन को देखते हुए अभी से अयोध्या में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। खुफिया एजेंसियों द्वारा अंतकी हमले के अलर्ट के बाद प्रशासन और सख्त हो गया है। भूमिपूजन के दिन बाहरी वाहनों को अयोध्या के अंदर एंट्री नहीं दी जाएगी। 5 अगस्त को भूमि पूजन के साथ ही राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा।

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