जेडीयू-बीजेपी के बीच टिकट बंटवारे के बाद उपेंद्र कुशवाहा का दावा- 2020 के बाद नीतीश छोड़ देंगे सीएम का पद

केंद्र की मोदी सरकार में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार पर बड़ा बयान दिया है। कुशवाहा ने दावा किया है कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री का पद छोड़ देंगे।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

आगामी लोकसभा चुनावों के लिए बिहार की सीटों को लेकर एनडीए के सहयोगी दलों में जारी विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री और आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने राजधानी पटना में एक कार्यक्रम के दौरान दावा किया कि 2020 में राज्य विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार सीएम का पद छोड़ देंगे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुशवाहा ने कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर मैं कोई राजनीति या कोई कटाक्ष नहीं कर रहा हूं। लेकिन सच्चाई ये है कि उन्होंने खुद कहा है कि 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद वह मुख्यमंत्री नहीं रहना चाहते हैं।” कुशावाहा ने दावा करते हुए कहा, “नीतीश ने एक बार खुद मुझसे कहा था कि वह 15 साल मुख्यमंत्री रह चुके हैं और अब कब तक मुख्यमंत्री रहेंगे।”

कभी नीतीश कुमार के खास सहयोगी और साथी रहे उपेंद्र कुशवाहा ने राजनीतिक मतभेदों के चलते 2005 के चुनाव के बाद उनका साथ छोड़ा था। उसके बाद से दोनों के बीच इतनी तल्खी आई कि हमेशा एक-दूसरे को निशाने पर लेने का दोनों ने कभी कोई मौका नहीं छोड़ा। लेकिन 2014 में बीजेपी के साथ गठबंधन कर दिल्ली में मंत्री बने कुशवाहा को पिछले साल नीतीश कुमार के फिर से एनडीए में आने पर अपने तेवर कुछ नरम करने पड़े थे। लेकिन हाल में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बिहार की सीटों के बंटवारे को लेकर एक बार फिर दोनों दलों की एक-दूसरे के लिए तल्खी खुलकर सामने आ गई।

अब इसी बीच पटना में अपनी पार्टी के कार्यक्रम में बोलते हुए कुशवाहा ने नीतीश कुमार को लेकर ये दावा कर दिया है। यही नहीं, उन्होंने नीतीश को अपना बड़ा भाई बताते हुए ये भी कहा कि उन दोनों के रिश्ते को कोई नहीं समझ सकता है। कुशवाहा ने कहा, “जितना मैं नीतीश कुमार को जानता हूं, उतना ही वह भी मुझे जानते हैं। हम दोनों के रिश्ते को गलत समझने वाले एक दिन धोखा खाएंगे। नीतीश जी ने मुझसे खुद कहा कि सीएम रहते हुए उन्हें 15 साल हो गए। अब वह खुद नहीं चाहते कि वह मुख्यमंत्री बनें।”

कुशवाहा के इस दावे को नीतीश कुमार क पार्टी जेडीयू ने पूरी तरह खारिज कर दिया है। जेडीयू ने कहा है कि नीतीश कुमार को जनादेश मिला है। उन्हें विधायकों का पूरा समर्थन है और वह अपने पद पर बने रहेंगे।

हालांकि, इससे पहले जुलाई में कुशवाहा ने नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए कहा था कि उन्हें सीएम की कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार करीब 15 साल से सीएम के पद पर हैं, अब उन्हें खुद इस पद को छोड़ देना चाहिए और बिहार में किसी और को मौका देना चाहिए। साथ में उन्होंने ये भी कहा था कि अब नीतीश जी को बड़ी राजनीति करनी चाहिए।

गौरतलब है कि हाल ही में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और नीतीश कुमार द्वारा बीजेपी और जेडीयू के बिहार में बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद से कुशवाहा नाराज हैं। बता दें कि दिल्ली में हुई नीतीश और शाह की बैठक में एनडीए में शामिल कुशवाहा और एलजेपी के रामविलास पासवान को नहीं बुलाया गया था। दोनों ही दलों के नेताओं का अब भी यही कहना है कि बिहार की सीटों को लेकर कोई औपचारिक बातचीत नहीं हुई है। ऐसे में कुशवाहा के इस ताजा बयान से बिहार की सियासत में सीएम पद को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।

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