सेना के ध्रुवीकरण की तैयारी में संघ, यूपी के बुलंदशहर में शुरु होने वाला है RSS  का पहला सैनिक स्कूल

यूपी के बुलंदशहर में बने आरएसएस के पहले सैनिक स्कूल में इसी साल अप्रैल महीने से पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इस सैनिक स्कूल को 1994 से 2000 तक संघ के सरसंघचालक रहे रज्जू भैया के नाम से जाना जाएगा। इस स्कूल के लिए ड्रेस कोड और आरक्षण की भी व्यवस्था है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में अपना पहला सैनिक स्कूल खोलने जा रहा है। इस स्कूल को रज्जू भैया सैनिक विद्या मंदिर (आरबीएसवीएम) के नाम से जाना जाएगा और यह अपनी तरह का पहला स्कूल होगा, जिसे आरएसएस द्वारा संचालित किया जाएगा। इस अप्रैल में खुलने वाली स्कूल में दाखिला लेने के लिए प्रवेश परीक्षा होगी और जिसका रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया है। बता दें कि रज्जू भैया, आरएएस के पूर्व प्रमुख थे।

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में अप्रैल से शुरू होने वाले राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा संचालित पहले 'आर्मी स्कूल' की शिक्षा का 'संस्कार', 'संस्कृति' और 'समरसता' मूल होंगे, जो देश के भावी जवानों को दिए जाएंगे।

आरएसएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम चाहते हैं कि रक्षा बलों में शामिल होने के इच्छुक लोगों को उचित संस्कार, संस्कृति व समरसता की शिक्षा मिले, जिससे हमारे रक्षा बल आने वाले सालों में ज्यादा मजबूत हों।” उन्होंने कहा, “विचार शिक्षा के साथ-साथ नैतिक व आध्यात्मिक मार्गदर्शन छात्रों को देना है और यह सिर्फ आवासीय स्कूलों में संभव है।” संघ कार्यकर्ता छात्रों को नैतिक और आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे, जो उन्हें सशस्त्र बलों के करियर में डटकर मुकाबला करने में मदद देगा।


यह पूछे जाने पर कि नैतिक और आध्यात्मिक मार्गदर्शन हिंदुत्व के सबक में निहित होगा तो कार्यकर्ता ने कहा, “हमारा ध्यान राष्ट्रभक्ति पर केंद्रित है और अगर कोई इसे हिंदुत्व के साथ तुलना करना चाहता है तो यह उसकी मुश्किल है।”

शिवसेना द्वारा संचालित सैनिक स्कूल में युद्ध में शहीद हुए लोगों के बच्चों के लिए 8 सीटें आरक्षित की गई हैं। शहीदों के आश्रितों के लिए आयु में भी छूट प्रदान की गई है। स्कूल में और किसी प्रकार का आरक्षण नहीं है और यह स्कूल सीबीएसई पाठ्यक्रम चलाएगा। स्कूल ने शिक्षकों और प्रशासकीय स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, जो फरवरी के अंत तक पूरी हो जाएगी।

कैसा होगा संघ का आर्मी स्कूल?

स्कूल में सीबीएसई का पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा और यहां छठवीं से 12वीं तक शिक्षा दी जाएगी। पहला सत्र अप्रैल 2020 से शुरू होगा और इसमें 160 छात्रों के आने की उम्मीद है। अभी यहां केवल लड़कों को शिक्षा दी जाएगी। आर्मी स्कूल बुलंदशहर की शिकारपुर स्थित उस इमारत में संचालित किया जाएगा, जहां 1922 में रज्जू भैया का जन्म हुआ था। इसका संचालन संघ की सहयोगी शाखा विद्या भारती करेगी, जो देशभर में 20 हजार से ज्यादा स्कूलों को चला रही है। स्कूल के लिए पूर्व सैनिक चौधरी राजपाल सिंह ने 8 एकड़ जमीन दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस स्कूल की इमारत तीन मंजिला होगी। इसमें स्टाफ क्वार्टर के अलावा, स्टेडियम और डिस्पेंसरी भी होगी।

यहां शिक्षकों और छात्रों, दोनों के लिए यूनिफॉर्म होगी। छात्र हल्के नीले रंग की शर्ट और गहरे नीले रंग की पैंट पहनेंगे। शिक्षकों को सफेद शर्ट और ग्रे रंग की पैंट पहननी होगी।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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