वीडियो: अयोध्या में राम मंदिर के लिए ध्रुवीकरण तेज़, संघ ने विश्वविद्यालय में छात्रों को किया सक्रिय

अयोध्या की फिजा में तनाव बढ़ता जा रहा हैऔर इसका असर अब उत्तर प्रदेश के कई और जिलों में दिखने लगा है। इस दौरान आरएसएस नेअपनी छात्र इकाइयों को अयोध्या कूच के लिए तैयार करना शुरु कर दिया है।

फोटो : सोशल मीडिया
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विश्वदीपक

विश्व हिंदू परिषद और बीजेपी की सहयोगी शिवसेना के 25 नवंबर को अयोध्या पहुंचने की तारीख करीब आने के साथ ही अयोध्या समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच संघ ने अपनी छात्र इकाइयों को सक्रिय कर दिया है। शुक्रवार को लखनऊ के बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में ‘अयोध्या चलो’ और ‘मंदिर वहीं बनाएंगे’ के नारे लगाते छात्रों का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में छात्र विश्वविद्यालय परिसर में उकसाने वाले नारे लगाते नजर आ रहे हैं।

17 सेकेंड के इस वीडियो में नजर आ रहे छात्रों को आरएसएस की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्धी परिषद का सदस्य बताया जा रहा है। हालांकि वीडियो में नजर आ रहे छात्रों की पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन ‘मंदिर मार्च’ की योजना को जानने वाले विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों नेशनल हेरल्ड को बताया कि वीडियो में दिखने वाले छात्र एबीवीपी से जुड़े हैं। एक छात्र ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि, “पिछले काफी समय से ये लोग छात्रों को प्रस्तावित अयोध्या रैली के लिए तैयार कर रहे हैं।”

इसके अलावा एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें छात्र विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी बिल्डिंग में नारे लगा रहे हैं। इस वीडियो में ‘जय श्रीराम’ और ’25 नवंबर अयोध्या चलो’ के नारे सुनाई दे रहे हैं। विश्वविद्यालय के एक छात्र ने इसे ‘खतरनाक साज़िश’ करार दिया है। वहीं एक और छात्र ने इसे लोकसभा चुनाव से ऐन पहले धार्मिक ध्रुवीकरण की कोशिश करार दिया है।

छात्रों का कहना है कि, ‘चुनाव के मौके पर ऐसा होने का अनुमान तो था, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की इस मामले में खामोशी और ऐसी गतिविधियों को होने देना हैरान करने वाला है।’

नेशनल हेरल्ड ने इस बारे में विश्वविद्यालय प्रशासन से बात करने की कोशिश की, लेकिन उधर से अभी तक कोई प्रत्युत्तर नहीं मिला है।

जैसे इस विश्वविद्यालय प्रशासन का जवाब या प्रतिक्रिया मिलती है, हम इस स्टोरी को अपडेट करेंगे।

गौरतलब है कि आरएसएस से जुड़े विश्व हिंदू परिषद और बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने अयोध्या में 25 नवंबर को बड़ी रैली का ऐलान किया है। इस रैली का मकसद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार पर कानून लाने का दबाल डालना है।

इस सारी कवायद में अयोध्या के मुस्लिमों के बीच चिंता है। बहुत से लोगों का मानना है कि अयोध्या में नए सिरे से जमावड़ा 1992 जैसे हालात पैदा कर सकता है।

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