बिहार में धड़ाधड़ मर्डर पर NDA में बवाल, चिराग ने नीतीश सरकार पर उठाए सवाल, कानून-व्यवस्था को बताया ध्वस्त
चिराग ने कहा कि बिहार में अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि वे मुख्यमंत्री के गृह जिले में भी खुलेआम हत्याएं कर रहे हैं। यह घटना न सिर्फ मानवता को झकझोरने वाली है, बल्कि यह राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल खड़ा करती है।

बिहार में पटना, सिवान के बाद अब नालंदा में किशोर और युवती की निर्मम हत्या पर राज्य में सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन में बवाल होता दिख रहा है। एनडीए के सहयोगी और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने घटनाओं को बेहद निंदनीय बताते हुए नीतीश कुमार सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने राज्य में कानून-व्यवस्था को पूरी तरह ध्वस्त बता दिया है।
चिराग पासवान ने कहा, "बिहार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि वे मुख्यमंत्री के गृह जिले में भी खुलेआम हत्याएं कर रहे हैं। यह घटना न सिर्फ मानवता को झकझोरने वाली है, बल्कि यह राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल खड़ा करती है।" उन्होंने बताया कि उन्होंने स्थानीय प्रशासन से फोन पर बात की है और अपराधियों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
रविवार देर शाम नालंदा जिले के दीपनगर थाना क्षेत्र के डुमरावां गांव में बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर 20 वर्षीय अन्नू कुमारी और 16 वर्षीय हिमांशु कुमार के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। अन्नू, ओमप्रकाश पासवान की पुत्री थी, जबकि हिमांशु, संतोष पासवान का बेटा था। इस वारदात के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है। परिजनों ने दोनों को आनन-फानन में सदर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। आक्रोशित लोगों ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेजने का प्रयास किया और बाद में स्ट्रेचर पर लेकर सुभाष पार्क के पास पहुंच गए, जहां उन्होंने अस्पताल चौक-बड़ी पहाड़ी मार्ग को जाम कर दिया। पुलिस के समझाने के बाद स्थिति पर काबू पाया गया।
इससे दो दिन पहले राजधानी पटना में सरेशाम प्रसिद्ध कारोबारी गोपाल खेमका की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना पटना के अतिसुरक्षित और अतिव्यस्त गांधी मैदान इलाके में थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर हुई। आरोप है कि सूचना के बावजूद गांधी मैदान थाने की पुलिस घटनास्थल पर डेढ़ घंटा देर से पहुंची। कुछ साल पहले मृतक कारोबारी खेमका के एक बेटे की भी हाजीपुर में हत्या हो गई थी। इस घटना को लेकर नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर है। वहीं अब एनडीए से भी सवाल उठने लगे हैं।
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