शर्मनाक! ये कैसी नफरत? कोरोना वायरस से जिस ACP की हुई थी मौत, अब उनके परिवार के साथ लोग कर रहे ऐसा सलूक

कोरोना के खिलाफ फ्रंट लाइन पर जंग लड़ते हुए जान गंवाने वाले लुधियाना नॉर्थ के एसीपी अनिल कोहली को पुलिस ने शहीद का दर्जा दिया है। लेकिन दूसरी ओर उनके परिजनों का एक तरह से सामाजिक बहिष्कार किया जा रहा है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

अमरीक

एक के बाद एक ऐसी शर्मनाक घटनाएं कोरोना काल में हो रही हैं, जो इंसानियत को बेहद शर्मसार कर रही हैं। ताजा घटना कोरोना वायरस से जूझते हुए दम तोड़ने वाले लुधियाना के एसीपी अनिल कोहली के परिजनों को लेकर है। अनिल कोहली को पंजाब सरकार ने शहीद का दर्जा दिया है लेकिन बेहद शर्मनाक है कि उनके परिजनों का एक तरह से सामाजिक बहिष्कार किया जा रहा है। राजकीय सम्मान के साथ हुए कोहली के संस्कार के बाद उनका भांजा लुधियाना के हैबोवाल इलाके स्थित अपने घर लौटा तो उसे गली में नहीं घुसने दिया गया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद विरोध कर रहे लोग पीछे हटे तो किसी तरह वह घर में प्रवेश कर पाया।

शर्मनाक! ये कैसी नफरत? कोरोना वायरस से जिस ACP की हुई थी मौत, अब उनके परिवार के साथ लोग कर रहे ऐसा सलूक

एसीपी अनिल कोहली के भांजे की मुताबिक, “लोग हमसे अफसोस करने की बजाय हमें 'कारोना वाले' कहकर चिढ़ा रहे हैं और हमारा बहिष्कार कर रहे हैं। हमारे घर की फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर नफरत की भावना के साथ डाली जा रही है। सोमवार को कूड़ा उठाने वाले सफाईकर्मी ने यह कहकर कूड़ा उठाने से दो टूक इनकार कर दिया कि अधिकारियों ने हमारे घर के आगे सफाई करने और कूड़ा उठाने से मना किया है। मैंने पार्षद ऋचा अग्रवाल को संदेश भेजे तो उन्होंने मुझे ब्लॉक कर दिया। क्या हमारा गुनाह यह है कि हम कोरोना वायरस से लड़ते हुए शहीद होने वाले पुलिस अधिकारी के करीबी रिश्तेदार हैं?”


उन्होंने आगे कहा, “खुद सोचिए, हमारे साथ ऐसा सुलूक हो रहा है तो बाकी पीड़ितों के साथ क्या हो रहा होगा।” गौरतलब है कि इस अतिअमानवीय सामाजिक बहिष्कार से एसीपी अनिल कोहोली की बहन भी अवसादग्रस्त हो गई हैं। वह बार-बार दोहरातीं हैं कि, “हमें 'कोरोना वायरस फैमिली' कहकर दुत्कारा जा रहा है। मेरे भाई को शहादत का यह सिला दिया जा रहा है। हमारे साथ किया जा रहे इस बर्ताव को कोई गंभीरता से नहीं ले रहा। हमारी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। तत्काल इलाका छोड़कर कहीं और भी नहीं जा सकते।”

हालांकि लुधियाना के पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल कहते हैं, “यह बेहद चिंताजनक है। एसीपी अनिल कोहली ने समाज के लिए अपनी जान कुर्बान की है। एसीपी के भांजे और बहन की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। मैं पुलिस ऑफिसर की ड्यूटी लगा रहा हूं ताकि उनके परिजनों को कोई दिक्कत न आए। उनका इस तरह सामाजिक बहिष्कार करने और दुर्व्यवहार करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।” जबकि लुधियाना के मेयर बलकार सिंह सिद्धू के मुताबिक एसीपी कोहली की बहन के घर के आगे सफाई न करना और कूड़ा उठाने से इंकार करना एक गंभीर मामला है। दोषी सफाईकर्मी का पता लगाकर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


बता दें कि गंभीर रुप से कोरोना वायरस की जद में आए पंजाब में जगह-जगह संक्रमितों और उनके परिवारों के साथ लगातार ऐसा सुलूक किया जा रहा है। कुछ सूचनाओं के मुताबिक कई गांवों में उनका सोशल बायकाट किया जा रहा है। रिश्तेदार तक परायों जैसा व्यवहार कर रहे हैं। दो मामले ऐसे सामने आ चुके हैं जब खून के रिश्तों ने भी वायरस के चलते मरे लोगों को पीठ दिखाते हुए उन्हें लावारिस छोड़ दिया और श्मशान घाट के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों ने उनका दाह संस्कार किया। दो अन्य मामलों में लोगों ने श्मशान घाट में संस्कार ही नहीं होने दिया। पद्मश्री और सिख कौम की शान कहे जाने वाले विश्वविख्यात हजूरी रागी भाई निर्मल सिंह की मृतक शरीर को श्मशान घाट में जगह नसीब नहीं हुई और उन्हें शामलाट भूमि पर अग्नि भेंट किया गया।

इसे भी पढ़ें: कोरोना: देश में 24 घंटे में 1336 नए केस, 47 मौतें, कुल संक्रमित 18000 के पार, जानें राज्यों में कैसे हैं हालात

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia


Published: 21 Apr 2020, 2:29 PM
/* */