शरद पवार ने अजित पवार के सीएम बनने पर दिया बड़ा बयान, कहा- महत्वाकांक्षा सपना ही रह जाएगी
शरद पवार का ताजा बयान उनके भतीजे की महत्वाकांक्षाओं और उनके कट्टर समर्थकों के लिए एक बड़ा झटका है। क्योंकि उनके कट्टर समर्थक लगातार उन्हें अगला सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं। यहां तक की वर्तमान गठबंधन सरकार में ही अजित को सीएम बनाने की मांग हो रही है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने गुरुवार को भतीजे और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के राज्य का मुख्यमंत्री बनने की संभावना पर तीख प्रहार करते हुए कहा कि उनकी महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा सिर्फ एक 'सपना' बनकर रह जाएगी। पवार ने भतीजे अजित पवार पर कटाक्ष करते हुए कहा, ''अजित पवार का सीएम बनना महज एक सपना है, हकीकत में ऐसा कभी नहीं होगा।''
शरद पवार से एनसीपी में विभिन्न राजनीतिक उथल-पुथल पर चल रहे विवाद के बारे में पूछा गया था। जिसमें जुलाई का विद्रोह भी शामिल था, जब अजित पवार पार्टी को विभाजित करके तीसरे साथी के रूप में शिव सेना-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार में शामिल हो गए थे और राज्य के उपमुख्यमंत्री बन गए थे।
64 वर्षीय अजित पवार पहले ही कई मौकों पर सार्वजनिक रूप से अपनी महत्वाकांक्षाएं स्पष्ट कर चुके हैं कि डिप्टी सीएम का पद संभालने के बाद वह 'प्रमोशन' चाहते हैं और राज्य का सीएम बनने के लिए बहुत उत्सुक हैं। इसके बाद, कुछ मौकों पर उन्होंने यह कहते हुए व्यावहारिक रुख भी अपनाया कि यह तभी संभव होगा जब वह सीएम पद का दावा करने के लिए जादुई 'संख्या के खेल' (समर्थक विधायकों) पर खरे उतरेंगे।
हालांकि, शरद पवार का लैटेस्ट बयान उनके भतीजे की महत्वाकांक्षाओं और उनके कट्टर समर्थकों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। क्योंकि उनके कट्टर समर्थक भी उन्हें अगला नहीं तो भावी मुख्यमंत्री बनाने की वकालत कर रहे हैं। दरअसल, हाल के दिनों में अक्सर मुंबई, पुणे, नागपुर और अन्य जगहों पर अजित पवार को 'भविष्य का सीएम' घोषित करने वाले बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं।
अजित पवार गुट की ओर से अभी तक शरद पवार के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। एनसीपी के दोनों समूह शरद पवार द्वारा स्थापित 25 साल पुरानी पार्टी पर नियंत्रण के लिए चुनाव आयोग के समक्ष कानूनी लड़ाई में लगे हुए हैं। हाल में पार्टी पर अधिकार को लेकर आयोग में हुई सुनवाई के लिए शरद पवार भी दिल्ली पहुंचे थे।
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