शिंदे सरकार के पास बच्चों की दवाइयों के लिए पैसे नहीं हैं? ये हत्या है! 12 मासूमों की मौत पर विपक्ष ने घेरा

राहुल गांधी ने कहा, "बीजेपी सरकार हज़ारों करोड़ रुपए अपने प्रचार पर खर्च कर देती है, मगर बच्चों की दवाइयों के लिए पैसे नहीं हैं? बीजेपी की नज़र में गरीबों की ज़िंदगी की कोई कीमत नहीं है।"

फोटो: Getty Images
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नवजीवन डेस्क

महाराष्ट्र के नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल में पिछले 24 घंटों में 12 शिशुओं सहित कम से कम 24 लोगों की मौत पर बवाल मचा हुआ है। विपक्ष ने इन मौतों के लिए शिंदे सरकार को जिम्मेदार बताया है। वहीं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, शरद पवार समेत कई बड़े नेताओं ने सरकार को घेरा है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया माध्यम एक्स पर लिखा, "नांदेड़, महाराष्ट्र के सरकारी अस्पताल में दवाइयों की कमी से 12 नवजात शिशुओं समेत 24 लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। सभी शोकाकुल परिवारों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। बीजेपी सरकार हज़ारों करोड़ रुपए अपने प्रचार पर खर्च कर देती है, मगर बच्चों की दवाइयों के लिए पैसे नहीं हैं? बीजेपी की नज़र में गरीबों की ज़िंदगी की कोई कीमत नहीं है।"


कांग्रेस नेता प्रिंयका गांधी ने सोशल मीडिया माध्यम एक्स पर लिखा, ''दवाओं की कमी के चलते महाराष्ट्र में 12 शिशुओं समेत 24 मरीजों की मौत का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई हो और पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाए।''

एक्स पर एक पोस्ट में खड़गे ने कहा, ''महाराष्ट्र के नांदेड़ के एक सिविल अस्पताल में 12 शिशुओं सहित 24 मरीजों की मौत की खबर बेहद दर्दनाक, गंभीर और चिंताजनक है। कहा जा रहा है कि इन मरीजों की मौत दवा व इलाज के अभाव के कारण हुई है।'' ऐसी ही एक घटना अगस्त 2023 में ठाणे के एक सरकारी अस्पताल में हुई थी, जिसमें 18 मरीजों की जान चली गई थी।" "पीड़ितों के परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं। लगातार हो रहे ऐसे हादसों ने राज्य सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। हम विस्तृत जांच की मांग करते हैं, ताकि इस लापरवाही के दोषियों को न्यायपालिका से कड़ी सजा मिले।"

शरद पवार ने पोस्ट करते हुए लिखा, ''नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल में 24 घंटे में 24 लोगों की मौत हो गई। घटना में 12 नवजात शिशुओं की भी जान चली गई। यह चौंकाने वाली घटना है। ठाणे के कलवा अस्पताल में भी ऐसी ही एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी और अब घटना को गंभीरता से न लेने के कारण ही नांदेड़ में 24 लोगों की मौत हो गई। यह सरकार की विफलता है


शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार पर हमला बोलते हुए एक्स पर लिखा, ''कृपया इसे मौत ना कहें, ये असंवैधानिक राज्य सरकार की तरफ से की गई लापरवाही के कारण हत्या है। राज्य सरकार अलग-अलग कार्यक्रमों और विदेशी यात्राओं की प्लानिंग में बिजी हैं। वे भूल गए हैं कि उनका काम राज्य की सेवा करना है।

पूर्व सीएम और नांदेड़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि इन मौतों के अलावा, जिले के अन्य निजी अस्पतालों से रेफर किए गए अन्य 70 मरीज 'गंभीर' बताए गए हैं। चव्हाण ने कहा, "मैंने अस्पताल के डीन से बात की, जिन्होंने कहा कि नर्सिंग और मेडिकल स्टाफ की कमी है। कुछ उपकरण काम नहीं कर रहे हैं और कुछ विभाग विभिन्न कारणों से चालू नहीं हैं। यह बहुत गंभीर मुद्दा है।"

शिवसेना (यूबीटी) की नेता सुषमा अंधारे ने लापरवाही का आरोप लगाया और अगस्त के मध्य में ठाणे के छत्रपति शिवाजी महाराज सरकारी अस्पताल में 18 मरीजों की इसी तरह की मौत का जिक्र किया।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के नांदेड़ में 24 मरीजों की मौत के बाद आज चौकसी समिति निरीक्षण करेगी। छत्रपति संभाजी नगर के घाटी अस्पताल से डॉक्टरों की एक टीम नांदेड़ आएगी और अस्पताल के डॉ भरत चव्हाण, डॉ. मीनाक्षी भट्टाचार्य और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. जोशी इस मौत के पीछे का कारण ढूंढेगी।

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