'...इन तीन पैमानों पर विफल रहा SIR', जयराम रमेश ने चुनाव आयोग को दी चुनौती
जयराम रमेश ने यह भी आरोप लगाया कि आयोग के पास देश को यह बताने की ईमानदारी या साहस नहीं है कि बिहार में कितने ऐसे लोगों के नाम हटाए गए हैं जो भारत के नागरिक नहीं हैं।

कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर एक बार फिर से निशाना साधा है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने मंगलवार को आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार में चलाई गई मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया पूर्णता, समानता और सटीकता के मोर्चों पर विफल रही है।
जयराम रमेश ने यह भी आरोप लगाया कि आयोग के पास देश को यह बताने की ईमानदारी या साहस नहीं है कि बिहार में कितने ऐसे लोगों के नाम हटाए गए हैं जो भारत के नागरिक नहीं हैं।
SIR तीन मोर्चों पर विफल रहा?
जयराम रमेश ने एक लेख साझा करते हुए 'एक्स' पर पोस्ट किया, "बिहार में एसआईआर पर उच्चतम न्यायालय में सुनवाई आज फिर शुरू हो रही है। इस बेहतरीन विश्लेषण से पता चलता है कि निर्वाचन आयोग द्वारा चलाए गए पूरे एसआईआर अभ्यास पूर्णता, समानता और सटीकता... इन तीनों मोर्चों पर विफल रहे हैं।"
रमेश ने EC पर साधा निशाना
उन्होंने कहा, "जो लोग देश के नागरिक नहीं हैं, उनका नाम मतदाता सूची से हटाने के लिए एसआईआर की आवश्यकता के बारे में बहुत कुछ कहा गया था। आयोग के पास देश को यह बताने की ईमानदारी या साहस नहीं है कि बिहार में कितने ऐसे लोगों के नाम हटाए गए हैं जो भारत के नागरिक नहीं हैं।"
रमेश के अनुसार, यदि आयोग ने ऐसा किया होता, तो यह पहले से भी अधिक उजागर हो गया होता।
बिहार की मतदाता सूची से 69 लाख नाम काटे गए
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया था कि मृत्यु होने, भारतीय नागरिक नहीं होने, प्रवासन और नाम के दोहराव के कारण बिहार की मतदाता सूची से 69 लाख नाम हटाए गए। हालांकि उन्होंने इनके अलग-अलग आंकड़े उपलब्ध नहीं कराए।
पीटीआई के इनपुट के साथ
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