गुजरात में मूसलाधार बारिश से बढ़ी मुश्किलें! कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात, बचाव कार्य जारी, IMD का ताजा अलर्ट

गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के कई हिस्सों, खासकर जूनागढ़, पोरबंदर, नवसारी और वलसाड में स्थिति गंभीर बनी हुई है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

गुजरात के कई जिलों में मूसलाधार बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। खास तौर पर तटीय जिलों में सबसे बुरे हालात हैं। कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। जूनागढ़ जिले के मेंदार्दा तालुका में 12 घंटे में 331 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। केशोद तालुका में 280 मिमी बारिश दर्ज की गई। भारी बारिश की वजह से निचले इलाकों में जलजमाव हो गया। ऐसे में इन इलाकों में फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन बचाव अभियान में जुटा हुआ है।

कौन से इलाके सबसे ज्यादा हैं प्रभावित?

जूनागढ़ के डीएम अनिल राणावसिया के मुताबिक, जिले के 3 तालुका सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। बांध के उफान को देखते हुए 52 गांवों को अलर्ट पर रखा गया है। भारी बारिश के बीच नदियां उफान पर हैं।  ग्रामीण क्षेत्रों के निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। जनजीव बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

प्रदेश के सौराष्ट्र क्षेत्र के कई हिस्सों, खासकर जूनागढ़, पोरबंदर, नवसारी और वलसाड में स्थिति गंभीर बनी हुई है।


बाढ़ की चपेट में द्वारका

वहीं, देवभूमि द्वारका जिले का रावल गांव मूसलाधार बारी के बाद बाढ़ की चपेट में आ गया है। यहां से कल्याणपुर गांव का संपर्क मार्ग पूरी तरह प्रभावित हुआ है। प्रशासन ने राहत शिविर स्थापित किए हैं। बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है।

NDRF-SDRF की टीमें राहत कार्य में जुटीं

प्रशासन ने बचाव और राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया है।

अधिकारियों के मुताबिक, पोरबंदर जिले के बोरासर गांव में बाढ़ के बीच एक स्कूल के 46 बच्चे और चार शिक्षक फंस गए, जिन्हें सुरक्षित निकाला गया। इस बीच जूनागढ़ जिले के मनावदर गांव में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत जान चली गई।


IMD का अलर्ट

फिलहाल लोगों को राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों में और बारिश होने का अनुमान है। बारिश के अलर्ट को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से निचले इलाकों में न जाने की अपील की है।

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