क्या कर्नाटक में बीजेपी के लिए पनौती साबित होंगे योगी आदित्यनाथ, सोशल मीडिया पर लोग ले रहे मज़े !

कर्नाटक चुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारकों में योगी आदित्यनाथ का नाम शामिल होने पर सोशल मीडिया पर लोग खूब मजे ले रहे हैं। कुछ उन्हें पनौती कह रहे तो कुछ कांग्रेस का  स्टार प्रचारक।

फोटो : सोशल मीडिया
फोटो : सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

बीजेपी ने कर्नाटक चुनाव में प्रचार के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया है। और खबरें हैं कि योगी कर्नाटक में ताबड़तोड़ करीब 30 रैलियां करेंगे। लेकिन राजनीतिक विश्लेषक और बीजेपी के विरोधी इसे लेकर खूब मजाक उड़ा रहे हैं। इसमें सबसे आगे हैं कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया। उन्होंने कहा है कि योगी को कर्नाटक लाने का मतलब यही है कि बीजेपी के पास कर्नाटक में नेतृत्व है ही नहीं। कुछ लोगों ने लिखा है कि योगी आदित्यनाथ कर्नाटक में बीजेपी के लिए वैसे ही पनौती साबित होंगे, जैसे गोरखपुर और फूलपुर के लोकसभा उपचुनाव में हुए थे। राजनीतिक विश्लेषक अरुण गिरी ने तो यहां तक लिख दिया है कि कर्नाटक में योगी आदित्यनाथ कांग्रेस के लिए स्टार प्रचारक साबित होंगे। उन्होंने कहा कि योगी के कर्नाटक में प्रचार करने से कांग्रेस को फायदा होगा।

और भी कैसे-कैसे मजे रहे हैं लोग, देखिए बानगी इन ट्वीट्स में:


मीडिया खबरों के मुताबिक योगी आदित्यनाथ कर्नाटक में करीब 35 रैलियां और रोड शो करेंगे। इनमें से ज्यादातर उन इलाकों में हैं जिन्हें सांप्रदायिक तौर पर संवेदनशील माना जाता है। कर्नाटक के ऐसे इलाकों में तटीय कर्नाटक के उडुरी, उत्तर कन्नड़ और दक्षिण कन्नड़ हैं।

लेकिन यह भी तथ्य है कि योगी आदित्यनाथ ने जब भी दक्षिण भारत में बीजेपी के लिए प्रचार किया उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में विकास को लेकर की गई उनकी बातों को लोगों ने सिरे से खारिज कर दिया क्योंकि ये दोनों राज्य विकास के मामले में उत्तर प्रदेश से कहीं आगे हैं। इस साल जनवरी में जब योगी आदित्यनाथ ने कर्नाटक का दौरा किया था तो मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सीधे उनपर हमला करते हुए लिखा था, “हमारे राज्य में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जी का स्वागत है। योगी जी हमारे राज्य से काफी कुछ सीख सकते हैं। जब आप यहां आएं तो इंदिरा कैंटीन और राशन दुकानों पर जरूर जाएं। इससे आपको यूपी में भूखमरी से हो रही मौतों को रोकने में मदद मिलेगी।”

पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी की हार के बाद भी सिद्धारमैया ने चुटकी ली थी। उन्होंने लिखा था कि, “लगता है योगी आदित्यनाथ जी को कर्नाटक में के विकास पर भाषण देने में कम और यूपी में ज्यादा समय लगाना होगा।” गौरतलब है कि गोरखपुर सीट पर पिछले सात लोकसभा चुनावों से बीजेपी का कब्जा रहा था और यह योगी का अपना गढ़ भी है। यहीं से योगी आदित्यनाथ भी पांच बार सांसद रह चुके हैं।

पिछले साल केरल में भी योगी आदित्यनाथ के दौरे का खूब मजाक उड़ा था, जब उन्होंने एक जनसभा में कहा था कि केरल को उत्तर प्रदेश के अस्पतालों को देख कर सीखना चाहिए। यह वह समय था जब योगी के अपने गढ़ गोरखपुर में अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते बच्चों की मौत हुई थी। केरल के मुख्यमंत्री पिनयरी विजयन ने लिखा था कि, “मुझे यह देखकर आश्चर्य होता है कि जब उत्तर प्रदेश में इतनी समस्याएं हैं, तब भी योगी जी को केरल के लिए समय मिल गया।”

अभी दो दिन पहले ही नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा है कि देश को पिछड़ा बनाने के लिए जो राज्य जिम्मेदार हैं उनमें उत्तर प्रदेश भी एक राज्य है, जबकि दक्षिण भारत के राज्य देश की तरक्की में योगदान कर रहे हैं।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia