#SpeakUpForStudentSafety: सोनिया-राहुल गांधी बोले- छात्र देश के भविष्य, JEE-NEET पर उनकी सहमति से फैसला ले सरकार

सोनिया गांधी ने कहा कि छात्र देश के भविष्य हैं। हम एक बेहतर भारत के निर्माण के लिए उनपर निर्भर करते हैं। ऐसे में छात्रों के भविष्यके संबंध में कोई फैसला लेना है, तो सरकार उनकी सहमति से ले। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि सरकार छात्रों की आवाज सुनेगी।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस पार्टी ने देशभर में आज जहां NEET और JEE परीक्षा को फिलहाल स्थगित करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। वहीं पार्टी, छात्रों के समर्थन में सोशल मीडिया पर #SpeakUpForStudentSafety कैंपेन भी चलाया। इस कैंपने के तहत कांग्रेस नेता सोशल मीडिया पर छात्रों के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद करते दिखे।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक वीडियो मैसेज शेयर करते हुए कहा, “मेरे प्रिय छात्रों मैं ऐसा महसूस कर रही हूं कि आप इस समय मुश्किल दौर का सामना कर रहे हैं। आपकी परीक्षा कब और कहां हो यह आपके और आपके परिवार के लिए काफी अहम मुद्दा है। आप हमारे भविष्य हैं, हम एक बेहतर भारत के निर्माण के लिए आप पर निर्भर करते हैं। इसलिए, अगर आपके भविष्य के संबंध में कोई फैसला लेना है, तो यह महत्वपूर्ण है कि यह आपकी सहमति के साथ लिया जाए। मुझे उम्मीद है सरकार आपकी आवाज सुनेगी और सही फसले लेगी।”


इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने भी छात्रों का समर्थन किया और #SpeakUpForStudentSafety कैंपने के तहत एक वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा, “NEET-JEE के परीक्षार्थियों की सुरक्षा को सरकार की विफलताओं के कारण समझौता नहीं करना चाहिए। सरकार को इनकी आवाज को सुनना चाहिए और एक आम सहमति पर पहुंचना चाहिए।”

इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने भी छात्रों का समर्थन किया और #SpeakUpForStudentSafety कैंपने के तहत एक वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा, “NEET-JEE के परीक्षार्थियों की सुरक्षा को सरकार की विफलताओं के कारण समझौता नहीं करना चाहिए। सरकार को इनकी आवाज को सुनना चाहिए और एक आम सहमति पर पहुंचना चाहिए।”


राहुल गांधी ने वीडियो संदेश में NEET-JEE के परीक्षार्थियों से कहा, “मेरे भाई और बहनों आप इस देश के भविष्य हैं। आप छात्र हैं और आप इस देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले हैं। हर कोई यह समझता है कि पिछले 3-4 महीने से क्या हो रहा है। हर कोई यह समझ रहा है कि कैसे कोरोना वायरस को गलत तरीके से निपटा गया है। जिस तरीके से कोरोना महामारी से निपटा गया है उसी का कारण है कि इतनी बर्बादी हुई है। अर्थव्यवस्था गर्त में चली गई है और देश को इसकी वजह से दर्द से गुजरना पड़ा है।”

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आगे कहा, “मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि आपको इसके लिए क्यों जिम्मेदार ठहराया जा रहा है और आपको क्यों मुश्किल में डाला जा रहा है। मैं नहीं समझता कि आपने जो कुछ किया है वह गलत है। मैं यह साफ देख सकता हूं कि सरकार असमर्थ है। ऐसे में सरकार आपके ऊपर किसी तरह का कैसे दबाव बना सकती है। यह बेहद जरूरी है कि सरकार आपकी सुने। परीक्षा को लेकर कोई भी फैसला आपसे बात करके और आपकी सहमति से लिया जाना चाहिए। सरकार के लिए मेरा संदेश है कि आपकी वजह से पहले काफी बर्बादी हो चुकी है। आपने छात्रों को दुख पहुंचाया है। कृपया करके छात्रों की बात सुनें, उनसे बात करें। इस मुद्दे को शांतिपूर्ण ढंग से हल करें।”


जहां एक तरफ पार्टी के नेताओं ने छात्रों के समर्थन में सोशल मीडिया पर आवाज बुलंद किया, वहीं देश के अलग-अलग हिस्सों में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर JEE, NEET फरीक्षा को फिलहाल केंद्र सरकार से टालने की मांग की। राजस्थान, हरियाणा, तेलंगाना, केरल समेत सभी राज्यों में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और केंद्र के इस फैसले के खिलाफ आवाज उठाई। असम में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया।

वहीं, आंध्र प्रदेश में भी कांग्रेस के कार्यकर्ता इस मुद्दे पर प्रदर्शन करते दिखे। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने NEET, JEE परीक्षा आयोजित करने के बीजेपी सरकार के छात्र विरोधी फैसले के खिलाफ आवाज उठाई और मांग की कि सरकार छात्रों की सुने और परीक्षा को फिलहाल स्थगित करे।

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