खट्टर सरकार में पुरस्कार राशि में कटौती पर  भड़के खिलाड़ी, लगाया वादाखिलाफी का आरोप, खेल मंत्री ने दी सफाई

हरियाणा सरकार की ओर से मिलने वाली पुरस्कार राशि को लेकर खफा चल रहे पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि वह इस मामले में राज्य के खेल मंत्री अनिल विज से मुलाकात करेंगे। वहीं खेल मंत्री अनिल विज ने इस पूरे मामले को लेकर सफाई दी है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

हरियाणा की बीजेपी सरकार में देश को गौरवान्वित करने वाले खिलाड़ियों की नाराजगी एक बार फिर सामने आई है। ये नाराजगी मनोहर सरकार में पहलवान बजरंग पुनिया, विनेश फौगाट जाहिर की है, इनकी नाराजगी पुरस्कार राशि में कटौती को लेकर है। उन्होंने कहा है कि खिलाड़ी सरकार की नीतियों से खुश नहीं हैं।

खिलाड़ियों की नारजगी को लेकर खेल मंत्री अनिल विज ने कहा कि खेल नीति के अनुसार ही पुरस्कार राशि वितरित की गई है। अगर कुछ गड़बड़ी है तो वे विभाग से बात कर सकते हैं। हमने अपने खिलाड़ियों का कभी अपमान नहीं किया।

पहलवान बजरंग पुनिया ने बीजेपी सरकार के वादाखिलाफी को लेकर एक बाद एक कई ट्वीट किए। उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर कहा, “जब खिलाड़ियों को आप पुरस्कार का वायदे करते है, तब उन खिलाड़ियों को आपने पैसे का लालच नहीं बल्कि खिलाड़ियों का साथ देने का वायदा करते हैं। अगर आप अपने किये वायदे को पूरा नहीं कर सकते तो फिर भविष्य मे कोई भी खिलाड़ी आप से किस बात की उम्मीद रखें।”


इससे पहले उन्होंने मंगलवार को कहा था, “हरियाणा के युवाओं ने देश को कई बेहतरीन मेडल दिए हैं। भले ही एक छोटा सा राज्य है हरियाणा, पर यहां के खिलाड़ियों ने पूरे देश को कई बार गर्वित किया है। उनको मिलने वाली राशि में कटौती करके उनके मनोबल को न तोड़ा जाए।”

वहीं खिलाड़ी विनेश फोगाट ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए मंगलवार को कहा था, “हर बार आप यही कोशिश में रहते हैं कैसे खिलाड़ियों को परेशान किया जाए। मैंने आज तक हरियाणा में खिलाड़ियों का इतना अपमान करने वाली सरकार नहीं देखी है। मैं पूछना चाहती हैं आपसे। आपने आज तक कितने खिलाड़ियों को प्राइज मनी और जॉब देने का काम किया है।”


इसके अलावा खिलाड़ियों की प्राइज मनी में कटौती पर ओलंपिनयन योगेश्वर दत्त भी निराशा जता चुके हैं। उन्होंने अनिल विज को ट्वीट कर लिखा था, “खेल मंत्री जी खिलाड़ियों की प्राइज़मनी में कटौती करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। प्राइज़मनी में कटौती करने का कारण खिलाड़ियों को बताओ। खिलाड़ी हरियाणा और देश का मान बढ़ाते हैं। उनका मनोबल बढ़ाओ जिसे वो आने वाले ओलंपिक में देश के लिए ज़्यादा से ज़्यादा पदक जीत सकें।”

यह कोई पहला मामला नहीं है जहां खिलाड़ियों ने मनोहर सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया था। इससे पहले निशानेबाजी के युवा ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली मनु भाकर ने हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज पर ‘जुमलेबाजी’ करने का आरोप लगाया था।

मनु भाकर ने हरियाणा की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया था कि पहले सरकार ने 2 करोड़ रुपये की घोषणा की थी, फिर इनाम की राशि कम कर दी गई थी और अब कुछ और कह रहे हैं।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia