मेरठ में प्रदीप मिश्रा की कथा में भारी भीड़ जुटने के कारण भगदड़, कई महिलाएं चोटिल, पुलिस का भगदड़ से इनकार
घटना के वीडियो में नजर आ रहा है कि प्रवेश द्वार पर खड़ी भीड़ पंडाल के अंदर घुसने के लिए जद्दोजहद कर रही है और फिर अचानक महिलाएं एक-दूसरे के ऊपर गिरती हुई दिखाई दे रही हैं। इस दौरान वहां मौजूद लोग जमीन पर गिरी महिलाओं को उठाने का प्रयास करते दिख रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भारी भीड़ जुटने के कारण भगदड़ के कारण कुछ महिलाएं चोटिल हो गई हैं। सोशल मीडिया पर वायरल भगदड़ के वीडियो में कई महिलाएं एक-दूसरे पर गिरती दिख रही हैं। हालांकि, जिला और पुलिस प्रशासन ने भगदड़ की घटना से इनकार किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा ने भगदड़ की बात से इनकार किया है। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ महिलाएं जरूर गिर गई थीं लेकिन वहां मौजूद पुलिस बल ने उन्हें संभालने के लिए तुरंत मदद की।’’ घटना में घायलों के बारे में पूछे जाने पर एसएसपी ने कहा कि कुछ महिलाओं को मामूली चोटें आई हैं जो गिरने के कारण लगीं और उन्हें प्राथमिक उपचार मुहैया करा दिया गया है।
मेरठ में शुक्रवार को कथा का छठा दिन रहा। इस कथा का समापन शनिवार को होगा। बताया जा रहा है कि हादसा कथा पंडाल के एंट्री गेट पर हुआ। इस घटना का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें नजर आ रहा है कि प्रवेश द्वार पर खड़ी भीड़ पंडाल के अंदर घुसने के लिए जद्दोजहद करती है और फिर अचानक महिलाएं एक-दूसरे के ऊपर गिरती हुई दिखाई दे रही हैं। इस दौरान वहां मौजूद लोग जमीन पर गिरी महिलाओं को उठाने का प्रयास कर रहे हैं।
मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि जानकारी के अनुसार समागम के प्रवेश द्वार के पास भीड़ जुट गई और इस दौरान एक-दो महिलाएं गिर गईं, जिनकी तुरंत मदद की गई। फिलहाल किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। मौके पर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है।’’ लोगों के फंसे होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया, ‘‘ऐसा कुछ नहीं है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।’’
डीएम ने कहा कि दो लोगों का ग्रुप आपस में बहस कर रहा था। उससे जुड़ा वीडियो वायरल हुआ था। अभी वहां पर शांति है। मौके पर सारे अधिकारी मौजूद हैं। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि महिलाएं और बुजुर्ग कथा सुनने के लिए आए थे। इसी बीच, बाउंसर्स ने उन्हें एंट्री गेट पर रोक दिया। इसके बाद भीड़ में धक्का-मुक्की होने लगी। लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। मीणा ने कहा कि कार्यक्रम के लिए सभी जरूरी इंतजाम आवश्यकतानुसार किए गए हैं। मैंने और पुलिस अधीक्षक ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं और सुरक्षा तैनाती दोनों की योजना पहले से ही बना ली थी।’’
आयोजन स्थल पर मौजूद एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि कथा में जिस रास्ते से भीड़ आ रही थी, उसी रास्ते से मुख्य यजमान भी जा रहे थे। इसी दौरान एंट्री को लेकर झगड़ा हो गया। एंट्री गेट पर बाउंसर्स ने महिलाओं को अंदर जाने से रोक दिया। पीछे से भीड़ आगे बढ़ने के लिए धक्का देती रही। इसी बीच 15 से 20 महिलाएं एक-एक कर गिर गईं। हालांकि, इसमें कितने लोग घायल हैं, इसकी कोई जानकारी अब तक नहीं आई है।
बता दें कि इस कथा को सुनने कई वीवीआईपी भी मेरठ पहुंचे हैं। कथा का आयोजन मेरठ के शताब्दी नगर में श्री केदारेश्वर सेवा समिति की ओर से किया जा रहा है। 15 दिसंबर से ही कथा हो रही है। कथा दोपहर एक बजे से शुरू होती है और 4 बजे तक चलती है। हर दिन कथा को सुनने लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
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