दिवाली से पहले दिल्ली-NCR में दमघोंटू हवा, इस इलाके में 390 पहुंचा AQI, विशेषज्ञों ने सावधान रहने की दी सलाह

इस खराब होती हवा की गुणवत्ता को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। खासकर, घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनने की सिफारिश की गई है, ताकि श्वसन तंत्र पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव से बचा जा सके।

 फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

दिल्ली-NCR में सर्दियों की शुरुआत के साथ ही वायु प्रदूषण ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। दिवाली से पहले ही हालात बिगड़ने लगे हैं और वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। 17 अक्टूबर 2025 को दिल्ली का औसत AQI 367 रिकॉर्ड किया गया, जबकि 18 अक्टूबर को आनंद विहार में यह बढ़कर 390 तक पहुंच गया।

इस खराब होती हवा की गुणवत्ता को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। खासकर, घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनने की सिफारिश की गई है, ताकि श्वसन तंत्र पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव से बचा जा सके। मास्क का इस्तेमाल सांस से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है।

इस बीच, अरब सागर में बन रहे मौसमीय सिस्टम के कारण देश के कई राज्यों में बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि दक्षिण भारत से लेकर मध्य प्रदेश तक अगले कुछ दिनों में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है, जिससे दिल्ली-NCR की वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार की उम्मीद की जा सकती है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार सुबह दिल्ली का औसत AQI 367 रहा, जो "बेहद खराब" श्रेणी में आता है। आनंद विहार में AQI 390, अक्षरधाम में 369, वज़ीरपुर में 328 और जहांगीरपुरी में 324 दर्ज किया गया।

बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए 14 अक्टूबर से दिल्ली-NCR में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का चरण-I लागू कर दिया गया है। यह चरण तब सक्रिय होता है जब AQI 201 से 300 के बीच होता है। इसके तहत 27 रोकथाम उपाय लागू किए गए हैं, जिनमें सड़क की धूल को नियंत्रित करना, पानी का छिड़काव करना, निर्माण स्थलों पर एंटी-स्मॉग गन का उपयोग करना और खुले में कचरा जलाने पर रोक लगाना शामिल है।