अयोध्या फैसले पर रिव्यू पिटीशन नहीं डालेगा सुन्नी वक्फ बोर्ड, मस्जिद की जमीन लेने पर कोई चर्चा नहीं

यूपी सुन्नी वक्फ बोर्ड की बैठक में बहुमत से फैसला लिया गया कि अयोध्या मामले में बोर्ड सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दाखिल नहीं करेगा। हालांकि, बोर्ड की बैठक में इस बात पर कोई चर्चा नहीं हुई कि फैसले के अनुसार मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन ली जाएगी या नहीं।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

अयोध्या के बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर मंगलवार को यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की अहम बैठक हुई। इस बैठक में भारी बहुमत से अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर रिव्यू पिटीशन नहीं दाखिल करने का फैसला लिया गया। बोर्ड की मीटिंग में 7 में से 6 सदस्यों ने रिव्यू पिटीशन नहीं दाखिल करने के पक्ष में अपना मत दिया। जबकि एक सदस्य ने इसका विरोध किया। वहीं, बैठक में इस बात पर कोई चर्चा नहीं हुई कि फैसले के अनुसार मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन ली जाएगी या नहीं।

सुन्नी वक्फ बोर्ड के एक सदस्य अब्दुल रज्जाक के अनुसार बोर्ड अयोध्या फैसले पर रिव्यू पिटीशन दाखिल नहीं करेगा। बैठक अब्दुल रज्जाक याचिका दाखिल करने के पक्ष में थे। उन्होंने बताया कि बैठक में फैसले के अनुसार मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन को लेकर चर्चा नहीं हुई। अब बोर्ड की अगली बैठक में इस पर चर्चा होगी। अब्दुल रज्जाक और कुछ दूसरे सदस्यों का मानना है कि बोर्ड को रिव्यू में जरूर जाना चाहिए क्योंकि कोर्ट के फैसले में कई विरोधाभास हैं।

हालांकि सुन्नी वक्फ बोर्ड के अद्यक्ष जफर फारूकी पहले ही अपनी राय स्पष्ट कर चुके थे कि वक्फ बोर्ड को सुप्रीम कोर्ट का फैसला मान लेना चाहिए और कोई रिव्यू पिटीशनदायर नहीं करना चाहिए। लेकिन ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के रिव्यू पिटीशन दाखिल करने के ऐलान के बाद सुन्नी वक्फ बोर्ड भी दो खेमों में बंट गया था। एक खेमा पिटीशन के पक्ष में था, तो दूसरा इस मामले को यहीं खत्म करने के पक्ष में था। ऐसी स्थिति में बोर्ड की आज की बैठक काफी अहम मानी जा रही थी।

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