सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने IB की आपत्तियों को किया खारिज, हाईकोर्ट जज के लिए पारसी वकील के नाम की अनुशंसा की

प्रस्ताव में कहा गया है कि उपरोक्त पहलुओं को ध्यान में रखते हुए और उनकी पदोन्नति के प्रस्ताव के समग्र विचार पर, कॉलेजियम की सुविचारित राय है कि फिरदोस फिरोज पूनीवाला बॉम्बे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति के लिए उपयुक्त हैं।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने खुफिया ब्यूरो (आईबी) की आपत्तियों को खारिज करते हुए बॉम्बे उच्च न्यायालय में जज के पद पर नियुक्ति के लिए एक पारसी वकील के नाम की अनुशंसा की है। आईबी की रिपोर्ट में कहा गया था कि उक्त पारसी वकील एक ऐसे अधिवक्ता का जूनियर था जिसने देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की कमी पर चिंता जताते हुए एक लेख लिखा था। इस कॉलेजियम में न्यायमूर्ति के.के. कौल और के.एम. जोसेफ भी शामिल हैं। कॉलेजियम ने कहा कि कंसल्टी-जजों ने कहा है कि फिरदोस फिरोज पूनीवाला पदोन्नति के लिए काबिल हैं और आईबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उनकी निजी तथा पेशेवर छवि अच्छी है तथा उनकी ईमानदारी के बारे में कुछ भी गलत नहीं है और उनका किसी राजनीतिक दल से संबद्ध भी नहीं है।

कॉलेजियम ने मंगलवार को जारी संकल्प में कहा, हालांकि खुफिया विभाग ने कहा है कि पूनीवाला ने पूर्व में एक अधिवक्ता के अंदर काम किया था। यह कहा गया है कि उस अधिवक्ता ने 2020 में एक प्रकाशन में एक लेख लिखा था जिसमें देश में पिछले 5-6 साल में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की कमी को लेकर चिता जताई गई थी। पूनीवाला के पूर्व सीनियर द्वारा व्यक्त विचारों का उसकी योग्यता या बॉम्बे हाईकोर्ट में जज के रूप में नियुक्ति के लिए साख से कोई लेना-देना नहीं है।


कॉलेजियम ने कहा कि पूनीवाला और उनके पूर्व वरिष्ठ अधिवक्ता के बीच नियोक्ता-कर्मचारी का संबंध नहीं था। कॉलेजियम ने कहा कि चैंबर से जुड़े होने के बावजूद जूनियर को स्वतंत्र रूप से प्रैक्टिस करने की छूट होती है। पदोन्नति के लिए उम्मीदवार की उपयुक्तता को दशार्ते हुए कोई नकारात्मक टिप्पणी फाइल में नहीं की गई है। उसने कहा, उम्मीदवार पारसी पारसी धर्म को मानता है और अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित है।

प्रस्ताव में कहा गया है कि उपरोक्त पहलुओं को ध्यान में रखते हुए और उनकी पदोन्नति के प्रस्ताव के समग्र विचार पर, कॉलेजियम की सुविचारित राय है कि फिरदोस फिरोज पूनीवाला बॉम्बे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति के लिए उपयुक्त हैं। कोलेजियम ने पूनीवाला के अलावा अधिवक्ताओं शैलेश प्रमोद और जितेंद्र शांतिलाल जैन को भी बॉम्बे हाई कोर्ट में न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की है।


शैलेश पर, कॉलेजियम ने कहा, कंसल्टी जजों ने उन्हें पदोन्नति के लिए उपयुक्त पाया है। वह एक सक्षम वकील हैं, जिन्हें दीवानी, आपराधिक, संवैधानिक और सेवा कानून के मामलों में लगभग 30 वर्षों के अभ्यास का अनुभव है। न्याय विभाग द्वारा उनकी फाइल कुछ भी गलत सामने नहीं आया है।

जैन पर कॉलेजियम ने कहा कि उन्होंने 25 साल के अपने अभ्यास के दौरान कर मुकदमेबाजी में विशेषज्ञता के साथ काफी अनुभव हासिल किया है और उनकी ईमानदारी के बारे में कुछ भी प्रतिकूल नहीं बताया गया है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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