अमेरिका द्वारा छोड़े गए हथियारों और बख्तरबंद गाड़ियों का इस्तेमाल कर पंजशीर जीतने की कोशिश में तालिबान

तालिबान पंजशीर घाटी पर कब्जे के लिए अमेरिका द्वारा छोड़े गए हथियारों और बख्तरबंद गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहा है ताकि इस इलाके पर उसका नियंत्रण हो जाए। लेकिन यहां जमे मसूद गुट के लड़ाकों के सामने उसे जबरदस्त प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है।

फोटो : आईएएनएस
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आईएएनएस

तालिबान अमेरिकी सैनिकों द्वारा छोड़े गए हथियारों का इस्तेमाल अफगानिस्तान पर अपने कब्जे के प्रतिरोध के आखिरी हिस्सों को कुचलने के लिए कर रहा है। डेली मेल ने यह जानकारी दी। देश के पूर्व उपराष्ट्रपति के नेतृत्व में लड़ाके कल रात पंजशीर घाटी में नए शासन की सेना के खिलाफ अंतिम बचाव कर रहे थे। यह अफगानिस्तान का एकमात्र प्रांत है जिस पर तालिबान अभी तक कब्जा नहीं कर सका है।

खबरों के मुताबिक पंजशीर घाटी में तालिबान के लड़ाके उन अमेरिका हथियारों को इस्तेमाल करते देखे गए जो अमेरिका ने छोड़े हैं। इनमें बख्तरबंद वाहन, मोर्टार मिसाइलें और उच्च शक्ति वाले तोपखाने शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जो वीडियो सामने आया है उसमें तालिबान के बंदूकधारियों को अमेरिकी सेना की एम4 और एम16 राइफलों की ब्रांडिंग करते और नाइट विजन गॉगल्स पहने हुए देखा जा सकता है।

यह वीडियो अमेरिकी बख्तरबंद वाहनों में यात्रा कर रहे तालिबान सैनिकों के एक काफिले के पंजशीर घाटी की तरफ जाते वक्त कल रात रिकॉर्ड हुआ है। यह इलाका काबुल से 70 मील उत्तर में है जहां तालिबान विरोधी मोर्चा संभाले हुए हैं। हालांकि शुरु में कुछ खबरें आई थीं जिसमें कहा गया था कि तालिबान ने पंजशीर की राजधानी बाजारक में प्रवेश कर लिया है।

उधर मसूद की अगुवाई वाले एनआरएफ ने पिछले 24 घंटों में 600 तालिबान लड़ाकों को मार गिराने का दावा किया है। लेकिन इसके उलट तालिबान ने दावा किया कि वह पंजशीर घाटी मेंह जीत के कगार पर है। तालिबान का दावा है कि पंजशीर के पांच में से चार जिले तालिबान के नियंत्रण में आ गए हैं।

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