कोविड डेटा की कथित जालसाजी को लेकर तेजस्वी के नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप, विकास के मुद्दे पर भी लिया आड़े हाथों
तेजस्वी ने कहा कि देश में विकास के मामले में अंतिम स्थान पर काबिज राज्य के लिए नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि राज्य का स्वास्थ्य विभाग भ्रष्टाचार, चिकित्सा उपकरणों की चोरी, आरटी-पीसीआर परीक्षणों के आंकड़ों में जालसाजी और कोविड -19 के कारण मरीजों की मौत के लिए जाना जाता है।
![फोटो: सोशल मीडिया](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2021-10%2F31d1c13a-c891-4d1c-9254-2f99dc3a05b9%2FFC2Qf8GUUAAHYs0.jpg?rect=0%2C13%2C561%2C316&auto=format%2Ccompress&fmt=webp)
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को बिहार की नीतीश कुमार सरकार पर इस साल की शुरूआत में महामारी की दूसरी लहर के दौरान आंकड़ों की जालसाजी को लेकर निशाना साधा है। दरअसल उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए गए कोविड -19 मौतों और आरटी-पीसीआर टेस्ट की संख्या से संबंधित आंकड़ों की कथित जालसाजी का आरोप लगाया है।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को कोविड -19 वैक्सीन देने के लिए विभाग के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए।
तेजस्वी ने कहा कि देश में विकास के मामले में अंतिम स्थान पर काबिज राज्य के लिए नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि राज्य का स्वास्थ्य विभाग भ्रष्टाचार, चिकित्सा उपकरणों की चोरी, आरटी-पीसीआर परीक्षणों के आंकड़ों में जालसाजी और कोविड -19 के कारण मरीजों की मौत के लिए जाना जाता है।
हाल ही में नीति आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि बिहार का स्वास्थ्य ढांचा पहले से ही सबसे नीचे है। कई अदालतों ने बड़े पैमाने पर कोविड के कुप्रबंधन के लिए नीतीश कुमार सरकार की आलोचना भी की है।
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