मुजफ्फरपुर कांड: जंतर-मंतर पर तेजस्वी का धरना आज, केजरीवाल समेत विपक्ष के कई नेता होंगे शामिल

मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के खिलाफ आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देंगे। आरजेडी के इस धरना में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत विपक्ष के कई नेताओं के शामिल होने की संभावना है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका गृह यौन शोषण कांड की आंच दिल्ली के राजनीतिक गलियारों तक पहुंच गई है। इस जघन्य कांड में राज्य की नीतीश सरकार की लापरवाही के खिलाफ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव शनिवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देंगे। आरजेडी के इस धरने में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत विपक्ष के कई बड़े नेताओं के शामिल होने की संभावना है। वामपंथी दल सीपीआई ने भी तेजस्वी यादव के धरने का समर्थन करते हुए उसमें अपनी पार्टी के सांसदों के शामिल होने का ऐलान किया है।

मुजफ्फरपुर के इस दिल दहला देने वाली घटना के खिलाफ आरजेडी के धरने का समर्थन करते हुए दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर उसमें शामिल होने की जानकारी दी है। केजरीवाल ने ट्वीट कर लोगों से इस धरने में बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील भी की है।

इससे पहले मुजफ्फरपुर कांड के खिलाफ दिल्ली में धरने की जानकारी देते हुए तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, “मुजफ्फरपुर में प्रायोजित और नीतीश सरकार द्वारा संरक्षित जघन्य संस्थागत जन बलात्कार के खिलाफ हम शनिवार को जंतर-मंतर पर धरना करेंगे।” उन्होंने कहा कि वे मंच से मुजफ्फरपुर के जघन्य अपराध पर सरकार से जवाब मांगेंगे। उन्होंने आगे कहा कि मुजफ्फरपुर में जिस तरह का अपराध हुआ है, उससे पूरा देश शर्मिंदा हुआ है। देश के लोगों को पीड़ित लड़कियों के न्याय के लिए खड़ा करेंगे।

तेजस्वी यादव ने इस धरने को गैर-राजनीतिक करार करते हुए आम लोगों से जुड़ने की अपील की है। तेजस्वी की अपील के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर इस जघन्य कांड की निंदा की है। उन्होंने राज्य की नीतीश सरकार पर हमला करते हुए इस्कितीफे की मांग की है।

बता दें कि मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में रहने वाली 42 लड़कियों में से 34 के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है। जिसके बाद बिहार की राजनीति में तूफान खड़ा हो गया है। इस पूरे कांड का मुख्य आरोपी बालिका गृह का संचालक ब्रजेश ठाकुर बताया जा रहा है। ब्रजेश ठाकुर उस सेवा संकल्प एवं विकास समिति नामक एनजीओ का संस्थापक है, जो यह बालिकागृह चलाती थी। दरअसल टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टीआईएसएस), मुम्बई द्वारा इस साल अप्रैल में की गई ऑडिट में यह मामला सबसे पहले सामने आया था। जिसके बाद इस मामले के तूल पकड़ने के बाद बालिका गृह में रहने वाली 42 में से 34 लड़कियों के मेडिकल टेस्ट में यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई। इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसके बाद ठाकुर समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। चौतरफा विरोध और भारी राजनीतिक दबाव के बाद बिहार सरकार ने इस पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है।

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Published: 03 Aug 2018, 10:56 AM