हेलीकॉप्टर क्रैश में जीवित बचे वरुण सिंह की जंग जारी, बेहतर इलाज के लिए भेजा जा सकता है बेंगलुरु

शौर्य चक्र से सम्मानित वरुण सिंह बुधवार को तमिलनाडु में क्रैश हुए वायु सेना के उसी हेलीकॉप्टर में थे जिसमें सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी और अन्य अधिकारियों के साथ सवार थे। इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से केवल वरुण सिंह ही जीवित बचे थे।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

तमिलनाडु में बुधवार को हैलीकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की अस्पताल में मौत से जंग जारी है। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। उन्हें और बेहतर इलाज के लिए बेंगलुरु के अस्पतालों में स्थानांतरित करने पर विचार किया जा रहा है। पता चला है कि वरुण सिंह को जिस तरह के इलाज की जरूरत है, उसके लिए बेंगलुरु के अस्पताल में सुविधाएं काफी बेहतर हैं।

शौर्य चक्र से सम्मानित वरुण सिंह बुधवार को तमिलनाडु के कन्नूर के पास दुर्घटना का शिकार हुए वायु सेना के उसी हेलीकॉप्टर में सवार थे जिसमें सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी और अन्य अधिकारियों के साथ सवार थे। इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से केवल वरुण सिंह ही जीवित बचे थे। हालांकि दुर्घटना में वह बुरी तरह घायल हो गए हैं।


वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) में उनके ठीक होने की प्रार्थना की जा रही है। वरुण सिंह वेलिंगटन के ही सैन्य अस्पताल में वेंटिलेटर पर हैं और उनकी हालत स्थिर, लेकिन गंभीर बताई जा रही है। इससे पहले सिंह का इलाज कर रहे डॉक्टरों की टीम ने अधिक जानकारी नहीं दी है और कहा है कि अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण हैं। पता चला है कि मेडिकल टीम सिंह को बेंगलुरु स्थानांतरित करने के तरीके पर चर्चा कर रही है।

वरुण सिंह, जिनकी पत्नी और दो बच्चे हैं, उनको हाल ही में विंग कमांडर के पद से ग्रुप कैप्टन के पद पर पदोन्नत किया गया था और हाल ही में वह डीएसएससी में शामिल हुए थे। बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर में सवार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य अधिकारियों सहित कुल 13 लोगों की मौत हो गई थी। इस दुर्घटना में बचने वाले वरुण अकेले अधिकारी हैं।

कुन्नूर के सैन्य अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार मृतकों का राज्य सरकार के डॉक्टर और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया गया है।

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