शाहीन बाग में गोलियां चलाने वाला बनना चाहता था पत्रकार, पढ़ाई छोड़ बेचने लगा दूध

दिल्ली के शाहीन बाग में शनिवार शाम को गोली चलाने वाले कपिल गुर्जर के परिवार के अनुसार वह दोपहर में खाने के बाद घूमने का बोलकर घर से बाहर गया था। शाम करीब पांच बजे शाहीन बाग में कपिल के गोली चलाने की खबरें मिलीं तो, परिवार और पूरे गांव में कोहराम मच गया।

फोटोः सोशल मीडिया
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आईएएनएस

शाहीन बाग में शनिवार को हवा में गोलियां चलाकर बवाल मचाने वाला आरोपी युवक कपिल गुर्जर पत्रकार बनना चाहता था। इसके लिए उसने बाकायदा पत्रकारिता में एडमिशन भी लिया। जैसे-तैसे एक साल पत्रकारिता की पढ़ाई भी की। पर मन नहीं लगा तो छोड़कर गांव में ही पिता और भाइयों के बिजनेस में शरीक हो गया।

परिवार वालों के अनुसार वह शनिवार को दोपहर में घर से खाना खाकर बाहर गया। घर से निकलते वक्त बोलकर गया कि घूमने जा रहा हूं। शाम करीब पांच बजे शाहीन बाग में जब टीवी पर कपिल गुर्जर द्वारा गोली चलाने की खबरें देखीं तो, परिवार और दल्लूपुरा गांव में कोहराम मच गया।

घटना के तुरंत बाद आईएएनएस आरोपी के पूर्वी दिल्ली जिले में मौजूद दल्लुपूरा गांव स्थित पुश्तैनी घर पर जा पहुंचा। आरोपी के घर के बाहर हुजूम उमड़ा मिला। जैसे-तैसे हमलावर कपिल के पिता गजे सिंह गुर्जर और कपिल के बड़े भाई सचिन से मुलाकात हो सकी। गजे सिंह गुर्जर बड़े बेटे सचिन और कुछ गांव वालों की भीड़ के साथ घटनास्थल (शाहीनबाग) की ओर कूच करने की तैयारी में थे।

कपिल के पिता गजे सिंह ने बताया, "कपिल दोपहर के वक्त खाना खाकर घर से निकला था। कहां गया, हमें नहीं पता था। हमारे पास तो गांव के कुछ लड़के शाम के वक्त दौड़ते-हांफते पहुंचे। उन्होंने बताया कि कपिल ने शाहीनबाग में गोलियां दाग दी हैं। इतना सुनते ही मेरे दिमाग में पहले दो ही सवाल आए कि वो शाहीनबाग कैसे पहुंचा और किनके साथ गया? दूसरा सवाल था कि उसके पास हथियार कहां से आया?"

बेटे की हरकत से हड़बड़ाए पिता गजे सिंह गुर्जर को पीछे धकेलते हुए उनका बड़ा बेटा और कपिल का बड़ा भाई सचिन बात करने लगा। सचिन ने बताया, "हमारा परिवार क्या पूरा दल्लूपुरा गांव इस घटना से हतप्रभ है। किसी को उम्मीद नहीं थी कि कपिल ऐसा कुछ कर बैठेगा। हम सब अब शाहीन बाग थाना जा रहे हैं। सुना है कि कपिल को पुलिस पकड़कर किसी थाने में ले गई है।"

विशेष बातचीत में कपिल के बड़े भाई सचिन ने बताया, "कपिल ने तीन-चार साल पहले ही इंटर तक की पढ़ाई दिल्ली से की थी। उसके बाद उसने बीए मास कम्युनिकेशन में दाखिला ले लिया। एक साल पढ़कर उसने पत्रकारिता की पढ़ाई छोड़ दी। तभी से वो पापा और हम लोगों (बाकी बड़े भाइयों के साथ) के साथ दूध की डेयरी और प्रॉपर्टी डीलिंग के काम में हाथ बंटा रहा था।"

शाहीन बाग में शनिवार शाम पुलिस की मौजूदगी में फायरिंग करने वाले कपिल गुर्जर के बड़े भाई सचिन के मुताबिक उनके पिता गजे सिंह गुर्जर कुछ साल पहले बीएसपी से दिल्ली नगर निगम का चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि उस चुनाव में वे हार गए थे। सचिन के अनुसार उसके बाद से ही सब भाई पिता के साथ प्रॉपर्टी डीलिंग और दूध के कारोबार में हाथ बंटा रहे हैं।

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