महाराष्ट्र में है 'दगाबाज सरकार', उन्हें 'वंदे मातरम' बोलने का कोई अधिकार नहींः उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को 'भ्रष्टाचारी जनता पार्टी' करार देते हुए आरोप लगाया कि सरकार घोटालों और भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी की। अब किसानों को बीजेपी और उसके सहयोगियों के खिलाफ वोटबंदी करनी चाहिए।

शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को बीजेपी नीत महाराष्ट्र सरकार को "दगाबाज सरकार" करार दिया और उस पर किसानों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया। उन्होंने उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ से संबंधित एक फर्म से जुड़े विवादास्पद पुणे भूमि सौदे का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी और उसके सहयोगियों को राष्ट्रीय गीत ‘‘वंदे मातरम' के नारे लगाने का कोई अधिकार नहीं है, जब वे "भारत माता को लूट रहे हैं।"
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख मानसून के दौरान मूसलाधार बारिश से हुई तबाही का जायजा लेने के लिए मराठवाड़ा क्षेत्र के अपने चार दिवसीय दौरे के अंतिम दिन जालना जिले की परतुर तहसील के पटोदा गांव का दौरा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भारी बारिश और बाढ़ के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ, फिर भी सरकार के राहत उपाय धीमे और अपर्याप्त रहे। उद्धव ने कहा, "किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा। सरकार ने एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर खरीद की घोषणा की थी, लेकिन क्रय केंद्र बहुत देर से शुरू हुए।"
पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार पर पंचनामा (नुकसान का आकलन) प्रक्रिया में जानबूझकर देरी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "सरकार किसानों को धोखा दे रही है। इसलिए मैं किसानों से अपील करता हूं कि वे इस 'दगाबाज सरकार' का पंचनामा खुद बनाएं।" उन्होंने किसानों से सरकारी अधिकारियों से मिलने और उनसे पूछने का आग्रह किया कि क्या उन्होंने नुकसान का आकलन किया है और रिपोर्ट जमा की है।
उन्होंने कृषि ऋण माफी पर निर्णय के लिए सरकार द्वारा दी गई 30 जून, 2026 की तारीख पर भी सवाल उठाया और इसे "फर्जी और धोखाधड़ी" करार दिया। ठाकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा घोषित तथाकथित पैकेज किसानों के साथ धोखा के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने प्रभावित किसानों के लिए 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजे की मांग करते हुए कहा, "फडणवीस ने इसे ऐतिहासिक पैकेज बताया था। मैं इसे बहुत बड़ा धोखा कहता हूं।"
उद्धव ठाकरे ने पुणे भूमि सौदे को लेकर भी मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। ठाकरे ने कहा, "फडणवीस में कार्रवाई करने का साहस नहीं है। यह जनता के पैसे और देश की लूट के अलावा और कुछ नहीं है। जब बीजेपी और उसके सहयोगी भारत माता को लूट रहे हैं, तो उन्हें वंदे मातरम का नारा लगाने का कोई अधिकार नहीं है।"
कर्ज माफी की बार-बार की जा रही मांगों की आलोचना करने वाले उप-मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख अजित पवार पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा, "अजित पवार खुद ज़मीन सौदों से लाभान्वित हुए हैं। उन्हें किसानों के बारे में बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।" उन्होंने बीजेपी को "भ्रष्टाचारी जनता पार्टी" करार देते हुए आरोप लगाया कि सरकार घोटालों और भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने नोटबंदी की। अब किसानों को बीजेपी और उसके सहयोगियों के खिलाफ वोटबंदी करनी चाहिए।"
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