मोदी सरकार के शासन में पूरे देश में डर का माहौल : राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा है कि भारत में चौतरफा डर का माहौल है और संस्थाओं और व्यवस्थाओं को जबरदस्त खतरा है। उन्होंने कहा कि लोगों को बांटकर चुनाव जीतने की खतरनाक राजनीति की जा रही है।

फोटो सौजन्य : @INCInda
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस समय भारत में चारों तरफ डर का माहौल है, चुनाव जीतने के लिए लोगों को बांटने और उनके गुस्से का इस्तेमाल करने की राजनीति हो रही है। राहुल गांधी सिंगापुर के प्रतिष्ठित 'ली कुआन यिऊ स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी' में एक पैनल डिस्कशन में हिस्सा लेते हुए ये बातें कहीं। राहुल गांधी ने कहा कि भारत के संस्थागत ढांचे के सामने इस समय बहुत बड़ी चुनौतियां हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि “अगर आप मुझसे पूछते हैं कि मुझे अपने देश की किस बात पर गर्व होता है तो वह है बहुलतावाद और विविधता का विचार। यह ऐसा विचार है जिसमें लोगों को अपनी बात कहने, अपनी मर्जी से रहने और अपनी मर्जी से खाने-पीने की आजादी है, आज इसी विचार को सबसे बड़ा खतरा है।”

पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के चार जजों की अभूतपूर्व प्रेस कांफ्रेंस और उसके बाद खड़े हुए विवाद पर राहुल ने कहा कि, 'चारों जज दरअसल प्रेस के पास इसलिए गए क्योंकि वे लोगों को बताना चाहते थे कि न्यायपालिका में बुनियादी तौर पर कुछ गलत हो रहा है।” उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि आपको उन चारों जस्टिस की टिप्पणियों के बारे में जानकारी है या नहीं, लेकिन इस पूरे विवाद या मामले का केंद्र बिंदु बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह हैं। इसलिए हमारे देश के संस्थागत ढांचे के सामने चुनौती है।”

राहुल गांधी ने इस बहाने परोक्ष रूप से विशेष सीबीआई जज बीएच लोया की रहस्यमय हालात में मौत का हवाला दिया। जज लोया सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ मामले में सुनवाई कर रहे थे। इस मामले में अमित शाह भी एक आरोपी थे, जिन्हें बाद में बरी कर दिया गया था।

राहुल गांधी ने कहा कि, “व्यवस्था और न्यायपालिका पर बहुत ही आक्रामक और संगठित हमला हो रहा है। अगर आप प्रेस से, उद्योग जगत के लोगों से बात करेंगे तो वे भी आपको बताएंगे कि वे कितना डरे हुए हैं।” कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महात्मा गांधी के भारत का विचार ऐसा भारत था जहां धर्म, समुदाय और राज्य से परे सभी समान और सहज महसूस करें। उन्होंने इस डिस्कशन के दौरान वहां मौजूद लोगों की तरफ से पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि आरएसएस और बीजेपी अल्पसंख्यक विरोधी राजनीति कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी ने अल्पसंख्यकों की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। कांग्रेस पार्टी 70 वर्षों तक अल्पसंख्यकों की रक्षा करती रही। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा भारत नहीं चाहिए जहां लोगों से उनके धर्म या संप्रदाय के आधार पर भेदभाव किया जाए।

राहुल गांधी ने कहा कि, “हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पुलिस और व्यवस्था प्रधानमंत्री के नियंत्रण में है। देखिए वहां क्या हो रहा है।” उन्होंने कहा कि हम उनसे लड़ेंगे और उन्हें हराएंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही आप ऐसा भारत देखेंगे जहां हर किसी को सम्मान और प्यार मिलेगा।

कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की कश्मीर नीति की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यूपीए शासन में कश्मीर में आतंकवाद पर काबू पा लिया गया था, लेकिन 2014 के बाद इसमें फिर से लगातार इजाफा हो रहा है।

राहुल गांधी ने इस डिस्कशन के दौरान लोगों की गर्मजोशी और उनके उत्साह के लिए उनका धन्यवाद दिया।

राहुल गांधी ने रोजगार के मुद्दे पर भी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि यूपीए शासन में ज्यादा नौकरियां सृजित हुईं थीं। एक सवाल के जवाब मे राहुल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने महिला आरक्षण बिल पास कराने की कोशिश की थी, लेकिन दूसरे दलों ने इसमें अड़ंगा लगा दिया था।

राहुल गांधी दो दिन के सिंगापुर दौरे पर हैं। इस दौरान वे प्रधानमंत्री ली सीन लूंग से भी मिलेंगे। राहुल सिंगापुर से मलेशिया जाएंगे और वहां प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक और भारतीय समुदाय से मिलेंगे।

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