झारखंड: रामगढ़ में स्कूल की छात्राओं से छेड़खानी-मारपीट को लेकर तनाव, समुदाय विशेष के लोगों पर है आरोप

आरोप है कि एक समुदाय विशेष के लोगों ने स्कूल की लड़कियों से छेड़खानी की, उन पर धार्मिक नारे लगाने का दबाव डाला और विरोध करने पर छात्र-छात्राओं को लाठी-डंडों से पीटा।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

झारखंड के रामगढ़ जिले के सांडी में एक स्कूल की छात्राओं से छेड़खानी और मारपीट की घटना को लेकर तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। आरोप है कि एक समुदाय विशेष के लोगों ने स्कूल की लड़कियों से छेड़खानी की, उन पर धार्मिक नारे लगाने का दबाव डाला और विरोध करने पर छात्र-छात्राओं को लाठी-डंडों से पीटा। उन पर पत्थर भी फेंके गए। इस हमले में दो दर्जन छात्र-छात्राएं घायल हो गए। घटना शुक्रवार शाम की है। इसके विरोध में करीब पांच सौ छात्र-छात्राओं ने रामगढ़ के रजरप्पा थाने का घेराव किया। पुलिस ने कहा है कि घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पूरे घटनाक्रम को लेकर इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। आरबी प्लस टू उच्च विद्यालय सांडी के छात्र-छात्राओं का कहना है कि स्कूल से छुट्टी हो जाने के बाद हम वापस घर लौट रहे थे। इस बीच समुदाय विशेष के लड़कों ने छेड़खानी की और के नारे लगाने को कहने लगे। विरोध करने पर पिटाई की गई। दो दर्जन से भी ज्यादा छात्र-छात्राएं घायल हो गए। उनका इलाज स्थानीय अस्पताल में कराया गया।

छात्र-छात्राओं ने मो. फरहान, मो. रेहान, मो. जावेद, मो. दानिश, मो. अरशद, मो. जीशान, मो. अबुजर तथा मो. साहिल सहित दर्जनों अज्ञात लोगों के खिलाफ छेड़छाड़, मारपीट तथा धार्मिक नारा लगवाने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इस घटनाक्रम को लेकर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आरबी हाई स्कूल की बच्चियों के साथ सुनियोजित ढंग से छेड़खानी और विरोध करने पर स्कूली बच्चों के ऊपर पथराव और हमले की घटना हैरान करने वाली है।


उन्होंने एक्स पर लिखा, "प्रदेश में हेमंत की सरकार है, जो धर्म की आड़ में दरिंदगी और अपराधियों का समर्थन करती है? बच्चियां अब स्कूल जाने में भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। सरकार कैसा झारखंड बनाना चाहती है वो स्पष्ट करें।" रामगढ़ की विधायक सुनीता चौधरी ने कहा है कि स्कूल में घुसकर मारपीट की घटना के आरोपियों को चिन्हित कर पुलिस अविलंब कार्रवाई करे।

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