'यह BJP के सिस्टम द्वारा की गई हत्या, जवाब दें PM', ओडिशा में आत्मदाह करने वाली छात्रा की मौत पर राहुल गांधी
इस घटना को लेकर राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ‘ओडिशा में इंसाफ़ के लिए लड़ती एक बेटी की मौत, सीधे-सीधे बीजेपी के सिस्टम द्वारा की गई हत्या है।

एक शिक्षक द्वारा कथित तौर पर ‘‘यौन उत्पीड़न’’ किए जाने के मामले में न्याय न मिलने पर आत्मदाह करने वाली 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा ने भुवनेश्वर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में दम तोड़ दिया।
बालासोर के फकीर मोहन (स्वायत्त) महाविद्यालय की एकीकृत बीएड पाठ्यक्रम की द्वितीय वर्ष की छात्रा ने तीन दिन तक जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद सोमवार रात दम तोड़ दिया।
इस घटना को लेकर राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ‘ओडिशा में इंसाफ़ के लिए लड़ती एक बेटी की मौत, सीधे-सीधे बीजेपी के सिस्टम द्वारा की गई हत्या है।
गौरतलब है कि छात्रा ने एचओडी पर यौन और मानसिक उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। लेकिन आरोपी पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे आहत हो कर छात्रा ने शनिवार कोृ खुद को आग के हवाले कर दिया था, जिसमें वह 95 प्रतिशत तक झुलस गई थी।
इस घटना से दुखी राहुल गांधी ने इस घटना के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "ओडिशा में इंसाफ़ के लिए लड़ती एक बेटी की मौत, सीधे-सीधे बीजेपी के सिस्टम द्वारा की गई हत्या है।"
उन्होंने कहा, "उस बहादुर छात्रा ने यौन शोषण के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई - लेकिन न्याय देने के बजाय, उसे धमकाया गया, प्रताड़ित किया गया, बार-बार अपमानित किया गया। जिन्हें उसकी रक्षा करनी थी, वही उसे तोड़ते रहे।"
राहुल गांधी ने आगे कहा, "हर बार की तरह बीजेपी का सिस्टम आरोपियों को बचाता रहा - और एक मासूम बेटी को खुद को आग लगाने पर मजबूर कर दिया। ये आत्महत्या नहीं, सिस्टम द्वारा संगठित हत्या है।"
कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर भी हमला बोला। उन्होंने ऐसी घटनाओं को लेकर पीएम की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। राहुल गांधी ने कहा, "मोदी जी, ओडिशा हो या मणिपुर - देश की बेटियां जल रही हैं, टूट रही हैं, दम तोड़ रही हैं। और आप? खामोश बने बैठे हैं। देश को आपकी चुप्पी नहीं, जवाब चाहिए। भारत की बेटियों को सुरक्षा और इंसाफ़ चाहिए।"
गौरतलब है कि, आत्मदाह के बाद छात्रा को पहले बालासोर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था और फिर बेहतर उपचार के लिए भुवनेश्वर स्थित एम्स भेज दिया गया।
अधिकारियों के अनुसार ‘बर्न सेंटर’ विभाग की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में उसका उपचार किया जा रहा था।
‘बर्न सेंटर’ ने एक बयान में कहा, ‘‘मरीज को ‘फ्लूइड्स’ (अंतरशिरा तरल) और ‘एंटीबायोटिक्स’ (संक्रमण को खत्म करने वाली दवा) दी गईं, उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। विभाग के आईसीयू में उपचार किया गया और गुर्दे की ‘रिप्लेसमेंट थेरेपी’ सहित सभी संभव सहायक उपायों के बावजूद, उसे बचाया नहीं जा सका और 14 जुलाई की रात 11 बजकर 46 मिनट पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।’’
इस मामले में शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष समीर कुमार साहू और फकीर मोहन (स्वायत्त) महाविद्यालय के प्राचार्य दिलीप घोष को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पीटीआई के इनपुट के साथ
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