मोरबी पुल हादसे को लेकर PM मोदी पर आरोप लगाने वाले TMC प्रवक्ता साकेत गोखले गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला?

डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि साकेत गोखले के खिलाफ अहमदाबाद साइबर सेल में मोरबी पुल हादसे को लेकर झूठा केस दर्ज हुआ है। यह सब तृणमूल कांग्रेस और विपक्ष की आवाज को चुप नहीं करा सकता।” डेरेक ने बीजेपी पर बदले की राजनीति का आरोप लगाया।

 फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

मोरबी हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करने वाले तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और ममता बनर्जी के करीबी साकेत गोखले को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि गुजरात पुलिस ने सोमवार को राजस्थान के जयपुर एयरपोर्ट से साकेत को अरेस्ट कर लिया। गोखले पर मोरबी हादसे पर पीएम मोदी के बारे में गलत खबर फैलाने का आरोप है।

साकेत गोखले गिरफ्तारी की सूचना उनकी पार्टी के सहयोगी और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने दी है। ओ ब्रायन ने बताया कि साकेत गोखले सोमवार रात 9 बजे नई दिल्ली से फ्लाइट लेकर जयपुर पहुंचे थे। फ्लाइट के लैंड करते ही गुजरात पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया। देर रात करीब 2 बजे साकेत गोखले ने अपनी मां को फोन पर अपनी गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उन्हें गुजरात पुलिस अहमदाबाद लेकर जा रही है। टीएमसी के अनुसार, गिरफ्तारी के तुरंत बाद साकेत गोखले को सिर्फ दो मिनट कॉल करने की इजाजत दी गई। इसके बाद गुजरात पुलिस ने उनके मोबाइल समेत उनका सारा सामान जब्त कर लिया।

डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, “साकेत गोखले के खिलाफ अहमदाबाद साइबर सेल में मोरबी पुल हादसे को लेकर झूठा केस दर्ज हुआ है। यह सब तृणमूल कांग्रेस और विपक्ष की आवाज को चुप नहीं करा सकता।” डेरेक ने बीजेपी पर बदले की राजनीति का आरोप लगाया।


साकेत गोखले ने पीएम मोदी को लेकर क्या बयान दिया था?

टीएमसी प्रवक्ता साकेत गोखले ने 1 दिसंबर 2022 को दावा किया था कि मोरबी पुल त्रासदी के बाद गुजरात में पीएम मोदी की मोरबी यात्रा की व्यवस्था पर 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। गोखले ने ट्विटर पर एक गुजराती अखबार की क्लिपिंग पोस्ट की थी, जिसमें दावा किया गया था कि एक आरटीआई के जवाब में कहा गया है कि पीएम की मोरबी यात्रा के लिए सिर्फ कुछ घंटों के लिए 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। इसी ट्वीट के बाद ही गोखले के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।

रिपोर्ट का हवाला देते हुए गोखले ने दावा किया था कि 5.5 करोड़ रुपये विशुद्ध रूप से ‘स्वागत, कार्यक्रम प्रबंधन और फोटोग्राफी' के लिए थे। उन्होंने यह भी दावा कियाथा  कि मोदी के इवेंट मैनेजमेंट और पीआर की लागत 135 लोगों के जीवन से अधिक है। क्योंकि त्रासदी के 135 पीड़ितों के परिवारों में से प्रत्येक को 4 लाख रुपये की सहायता राशि दी गई थी, जो कुल 5 करोड़ रुपये है।

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