केरल में कोरोना के बाद 'टोमैटो फ्लू' ने बढ़ाई टेंशन, कई बच्चे चपेट में, तमिलनाडु ने सीमा पर बढ़ाई चौकसी

टोमैटो फ्लू शरीर में लाल चकत्ते और फफोले से पहचाना जाता है। इस फ्लू से प्रभावित पांच साल से कम उम्र के बच्चों को तेज बुखार और शरीर में दर्द के साथ-साथ छाले और चकत्ते पड़ जाते हैं। संक्रमित बच्चों में पेट दर्द, दस्त, मतली और उल्टी के लक्षण दिखाई देंगे।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

केरल के कई जिलों में कोरोना के बाद टोमैटो फ्लू कहर ढा रहा है। राज्य में कई बच्चे संक्रमित पाए गए हैं। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इस बीमारी को लेकर लोगों से सावधानी बरतने का आह्वान किया है। हालात को देखते हुए तमिलनाडु ने केरल की सीमा से लगे सभी चेक पोस्ट पर चौकसी बढ़ा दी है।

तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों में टोमैटो फ्लू फैलने की सूचना के बाद पांच साल से कम उम्र के बच्चों की जांच के लिए स्वास्थ्य, पुलिस और राजस्व अधिकारियों को पलक्कड़ जिले के वालयार चेक-पोस्ट, तिरुवनंतपुरम के कालियाकावली और थेनी चेक पोस्ट पर तैनात किया है।


तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि टोमैटो फ्लू के लिए अभी कोई दवा नहीं है और यदि कोई इस बीमारी से प्रभावित है तो उसे अलग रखा जाना चाहिए। यह एक व्यक्ति से दूसरे में तेजी से फैलता है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि चकत्ते और छाले वाले बच्चों को राज्य में प्रवेश करने से रोकने के लिए प्रत्येक चेक पोस्ट पर तीन टीमों को तैनात किया गया है।

टोमैटो फ्लू शरीर में लाल चकत्ते और फफोले से पहचाना जाता है। इस फ्लू से प्रभावित पांच साल से कम उम्र के बच्चों को तेज बुखार और शरीर में दर्द के साथ-साथ छाले और चकत्ते पड़ जाते हैं। संक्रमित बच्चों में पेट दर्द, दस्त, मतली और उल्टी के लक्षण दिखाई देंगे।

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