केरल में मूसलाधार बारिश, निचले इलाकों में जलभराव, 6 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, जानें कैसे हैं ताजा हालात?
राज्य के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि सभी जिला कलेक्टरों को स्थिति पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। NDRF की टीमों को इडुक्की, एर्नाकुलम और कन्नूर जिलों में तैनात किया गया है।

केरल में लगातार हो रही भारी बारिश से राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। आज भी (रविवार) तेज बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे ऊंचे और पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ निचले क्षेत्र भी प्रभावित हुए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने राज्य के 6 जिलों- एर्नाकुलम, इडुक्की, मालप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, बाकी 8 जिलों में येलो अलर्ट है।
लगातार बारिश से बिगड़े हालात
राज्य के कई इलाकों में पिछले 48 घंटों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है।
इडुक्की के कुमिली, नेदुमकंदम और कट्टप्पना क्षेत्रों में भारी बारिश से कई घरों और दुकानों में पानी भर गया।
एर्नाकुलम जिले में देर रात हुई तेज बारिश से शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति बन गई। रेलवे स्टेशन और बस डिपो के पास सड़कों पर पानी भर गया है।
कोझिकोड और कन्नूर जिलों के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की आशंका के चलते प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने बताया कि कई जगहों पर राहत और बचाव दल को तैयार रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।
ऑरेंज और येलो अलर्ट का मतलब क्या है?
IMD के अनुसार,
ऑरेंज अलर्ट तब जारी किया जाता है जब किसी क्षेत्र में अगले 24 घंटों में 11 से 20 सेंटीमीटर तक बारिश होने की संभावना होती है।
येलो अलर्ट उस स्थिति में जारी किया जाता है जब 6 से 11 सेंटीमीटर तक बारिश का अनुमान हो।
इस चेतावनी के तहत लोगों को यात्रा से बचने, पहाड़ी और जलभराव वाले इलाकों से दूर रहने तथा स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
बाढ़ और जलभराव की समस्या
भारी बारिश से राज्य की कई नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं।
पेरियार नदी और चालकुडी नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है।
कासरगोड और मालप्पुरम के कई निचले क्षेत्रों में घरों में पानी घुस गया है।
प्रशासन ने एहतियात के तौर पर कुछ स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का फैसला लिया है।
केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड (KSEB) ने बताया कि कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है, जिसे बहाल करने का कार्य जारी है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर में बनी एक निम्न दबाव की प्रणाली (low-pressure area) के कारण केरल में अगले 24 से 48 घंटों तक भारी से बहुत भारी बारिश जारी रह सकती है।
हवा की गति 35 से 45 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है।
समुद्र में ऊंची लहरें उठने की चेतावनी दी गई है, इसलिए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मॉनसून के बाद की यह स्थिति स्थानीय नमी और पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से और सक्रिय हो गई है।
प्रशासन की तैयारी
राज्य के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि सभी जिला कलेक्टरों को स्थिति पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों को इडुक्की, एर्नाकुलम और कन्नूर जिलों में तैनात किया गया है।
राहत शिविरों की व्यवस्था की जा रही है और बाढ़ संभावित इलाकों में पहले से चेतावनी जारी कर दी गई है।
2021 जैसी स्थिति से बचने की कोशिश
राज्य सरकार ने 2018 और 2021 की भीषण बाढ़ की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इस बार शुरुआती चेतावनियों पर तेजी से कार्रवाई की है। जलाशयों के गेटों की निगरानी बढ़ाई गई है और जरूरत पड़ने पर पानी नियंत्रित ढंग से छोड़ा जाएगा ताकि निचले इलाकों में नुकसान न हो।
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