चुनाव से ठीक पहले दिल्ली के त्रिलोकपुरी में दो गायों के शव मिलने से सांप्रदायिक तनाव, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा

संजय झील पार्क में दो गायों के शव मिलने से त्रिलोकपुरी में तनाव की स्थिति पैदा हो गयी है। पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ाते हुए पशुओं के प्रति क्रूरता रोकथाम अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

बुधवार को दिल्ली के त्रिलोकपुरी में दो गायों के शव मिलने से इलाके में तनाव के स्थिति पैदा हो गयी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील इस क्षेत्र में पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस के मुताबिक एक डेयरी मालिक ने सुबह करीब छह बजे फोन करके बताया कि उसकी दो गाय कोटला गांव के पीछे संजय झील पार्क में मृत अवस्था में मिलीं।

इसके अलावा पुलिस ने बताया कि डेयरी का मालिक जगह की कमी के कारण अपनी गायों को पार्क में छोड़ देता था। सुबह जब वह गायों का दूध निकालने वहां पहुंचा तो उसे दो गाय कम दिखीं। काफी ढूंढने के बाद उसे पार्क में दोनों गायों के शव मिले।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने पाया कि दो गायों को कथित तौर पर मार दिया गया जबकि अन्य सुरक्षित थीं। इस मामले में पुलिस ने पशुओं के प्रति क्रूरता रोकथाम अधिनियम और भादंवि की संबंधित धाराओं के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

पुलिस ने बताया कि इलाके में कोई सीसीटीवी नहीं लगा होने की वजह से अभी किसी भी तरह का कोई सुराग उनके हाथ नहीं लगा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में स्थानीय खुफिया तंत्रों का इस्तेमाल कर रही हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया

इस सन्दर्भ में दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉ. जफरुल-इस्लाम खान ने घटना को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली पुलिस आयुक्त को पत्र लिख कर आगाह किया कि असामाजिक तत्व 12 मई को मतदान से पहले इस घटना का इस्तेमाल तनाव उत्पन्न करने के लिए कर सकते हैं।

बता दें कि आगामी 12 मई को चुनाव के छठे चरण में दिल्ली समेत 7 राज्यों की 59 सीटों पर मतदान होगा। ऐसे में दिल्ली में चुनाव को देखते हुए शहर की फिजा खराब करने की कोशिश की जा सकती है।

गौरतलब है कि आमतौर पर राजधानी दिल्ली में किसी भी प्रकार के सांप्रदायिक तनाव के मामले देखने को नहीं मिलते, लेकिन चुनाव से ठीक पहले इस तरह की घटनाएं शहर में सांप्रदायिक दंगों को तूल दे सकती हैं। साल 2015 में भी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इस तरह की घटना सामने आई थी। इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया था। हालांकि उस समय हालात पूरी तरह से काबू में थे।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia


/* */