दिल्ली विश्वविद्यालय के दो नए कैंपस बनेंगे, अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के लिए उपलब्ध होंगी 26 हजार नई सीटें

दिल्ली विश्वविद्यालय को दो नए कैंपस को दिल्ली सरकार ने मंजूरी दे दी। इन दोनों कैंपस में अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स की 26,000 नई सीटें छात्रों के लिए उपलब्ध होंगी। दोनों कैंपस पर करीब 23,00 करोड़ का खर्च आएगा।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

दिल्ली में अंडर ग्रेजुएट (यूजी) और पोस्ट ग्रेजुएशन (पीजी) जैसे पाठ्यक्रमों के लिए 26 हजार नई सीटें सृजित की जाएंगी। इस पहल के तहत दिल्ली में दो नए कैंपस परिसरों को मंजूरी दी गई है। ये परिसर अंबेडकर विश्वविद्यालय के हिस्से हैं जो पूरी तरह से राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित है। दिल्ली में ये 26 हजार सीटें बढ़ाने पर लगभग 23 सौ करोड़ रुपये की लागत आएगी।

दिल्ली में 2.5 लाख छात्र प्रतिवर्ष 12वीं पास करके स्कूलों से निकलते है। प्रतिभा और क्षमता होने के बावजूद इनमें से केवल एक लाख बच्चों को ही किसी यूनिवर्सिटी में दाखिला मिल पाता है। दिल्ली सरकार ने इसका संज्ञान लेकर अपने विश्वविद्यालयों की क्षमता को बढ़ाना शुरू किया है। इस दिशा में दिल्ली सरकार अम्बेडकर यूनिवर्सिटी के दो नए कैंपस तैयार करवा रही है। अबेडकर विश्वविद्यालय के छात्रों की मौजूदा संख्या चार हजार से कुछ अधिक है। दिल्ली के धीरपुर और रोहिणी में दो नए कैंपस के बनने के बाद यहां 26 हजार और छात्र एडमिशन ले पाएंगे।

अंबेडकर विश्वविद्यालय के रोहिणी कैंपस को 1107.56 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। यह कैंपस 40 एकड़ में फैला होगा और यहां 10 हजार से अधिक सीट्स होंगी। वहीं, धीरपुर कैंपस 1199.02 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा। इस कैंपस का क्षेत्रफल 49 एकड़ होगा और यहां 16 हजार से अधिक स्टूडेंट्स विभिन्न कोर्सेज में दाखिला ले पाएंगे।

दोनों कैंपस में मल्टी-स्टोरी अकेडमिक ब्लॉक्स, कन्वेंशन ब्लॉक, हेल्थ-सेंटर, ऑडिटोरियम, एमएलसीपी, एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, लाइब्रेरी ब्लॉक, एम्फीथिएटर, गेस्ट हाउस, लड़कियों और लड़कों के लिए अलग-अलग हॉस्टल सहित दोनों कैंपस में विभिन्न प्रकार के रेजिडेंशियल यूनिट्स का भी निर्माण किया जाएगा।

दिल्ली के अंबेडकर विश्वविद्यालय के रोहिणी और धीरपुर कैंपस के लिए 2306.58 करोड़ रुपये लागत के प्रोजेक्ट को एक्सपेंडिचर फाइनेंस कमिटी की बैठक में मंजूरी दी है। यह वित्तीय राशि इन दोनों कैंपस को विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्च र के अनुरूप तैयार करने के लिए है। तैयार होने के बाद यहां विभिन्न कोर्सेज में 26 हजार स्टूडेंट्स एडमिशन ले सकेंगे।


दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि सरकार दिल्ली में ऐसे इनोवेटिव एजुकेशनल स्पेस तैयार करने पर फोकस कर रही है, जो स्टूडेंट्स को बेहतर ढंग से सीखने और अपने लक्ष्यों को तेजी से प्राप्त करने में मदद कर सकें। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर विश्वविद्यालय के नए कैंपस में स्टूडेंट्स की सभी शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अल्ट्रा-मॉडर्न सुविधाएं विकसित की जाएंगी। मनीष सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा हमेशा से सरकार की प्राथमिकता रही है और सरकार हर तबके के बच्चे को क्वालिटी एजुकेशन देने के अपने विजन को पूरा करने के लिए एजुकेशनल इंफ्रास्ट्रक्च र को मजबूत करना जारी रखेगी।

ये दोनों नए कैंपस स्टेट-ऑफ-आर्ट एनर्जी एफिशिएंट फैसिलिटीज से लैस होंगे। कैंपस जीआरआईएचए- 5 स्टार रेटिंग मान्यता के साथ सेल्फ-सस्टेनेबल नेट जीरो एनर्जी कैंपस होंगे। कैंपस में ऑडिटोरियम, कन्वेंशन सेंटर, रिसर्च सेंटर, सेमिनार व कांफ्रेंस फैसिलिटीज, लाइब्रेरी, कैंटीन, स्टूडेंट्स सेंटर, इंडोर व आउटडोर स्पोर्ट्स फैसिलिटीज, गेस्टहाउस, हेल्थ-सेंटर, डिस्प्ले व परफोर्मेंस एरिया, यूटिलिटी फैसिलिटीज और क्रेच फैसिलिटी होगी।

(आईएएनएस)

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