हरियाणा में बेरोजगारी चरम पर, लेकिन खट्टर सरकार यौन उत्पीड़न के आरोपी को बचाने में जुटी- CPIM

सीएमआईई ने सोमवार को जारी बेरोजगारी दर के आंकड़ों में दिसंबर के महीने में हरियाणा में बेरोजगारी की दर 37.4 प्रतिशत बताया है, जो देश में उच्चतम है। इसके बाद राजस्थान में 28.5 प्रतिशत और दिल्ली में 20.8 प्रतिशत बेरोजगारी बताया है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

सीपीआईएम ने बेरोजगारी और यौन उत्पीड़न कांड को लेकर हरियाणा की खट्टर सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा है। वामपंथी दल ने कहा कि बेरोजगारी के मामले में हरियाणा चरम पर है, लेकिन खट्टर सरकार ध्यान देने के बजाय यौन उत्पीड़न के आरोपी मंत्री को बचाने में जुटी है। सीपीआईएम ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर बुनियादी मुद्दों की अनदेखी करने का आरोप लगाया।

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्वीट हैंडल पर सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के डेटा का हवाला देते हुए कहा, '37.4 फीसदी पर, हरियाणा में भारत में सबसे अधिक बेरोजगारी दर है। शर्मनाक।' सीएमआईई ने सोमवार को जारी बेरोजगारी दर के आंकड़ों में हरियाणा में दिसंबर के महीने में बेरोजगारी की उच्चतम दर 37.4 प्रतिशत, इसके बाद राजस्थान में 28.5 प्रतिशत, दिल्ली में 20.8 प्रतिशत दिखाया है।


इससे पहले सीएमआईई के आंकड़ों का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता और हरियाणा विधानसभा में नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी राज्य सरकार पर राज्य में बेरोजगारी की बढ़ती दर को रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया। इसके साथ ही विपक्ष ने मंत्री पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर भी खट्टर सरकार को घेरा।

इससे पहले एक महिला कोच का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त करने की विपक्ष की मांग के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री एमएल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि कोई व्यक्ति सिर्फ इसलिए दोषी नहीं हो जाता कि उस पर आरोप लगे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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