केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर के बेटे के वीडियो से एमपी की राजनीति में बवाल, कांग्रेस ने IT, CBI और ED से की जांच की मांग

कथित वायरल वीडियो में देवेंद्र तोमर फोन पर किसी बड़े कारोबारी से करोड़ों रुपयों की लेनदेन को लेकर बातचीत कर रहे हैं, जिसमें दूसरा व्यक्ति ट्रांजेक्शन के लिए अलग-अलग कर से पांच खातों की डिटेल मांग रहा है, इसके साथ ही वह वक्त पूछ रहा है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

मध्य प्रदेश विधानसभा के बीच केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बड़े बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह के एक वीडियो ने राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। कथित वायरल वीडियो में देवेंद्र तोमर फोन पर किसी बड़े कारोबारी से करोड़ों रुपयों की लेनदेन को लेकर बातचीत कर रहे हैं, जिसमें दूसरा व्यक्ति ट्रांजेक्शन के लिए अलग-अलग कर से पांच खातों की डिटेल मांग रहा है, इसके साथ ही वह वक्त पूछ रहा है। इस वायरल वीडियो को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की मीडिया समन्वय पियूष बबेले ने इनकम टैक्स, सीबीआई और ईडी से जांच करने की बात कही है। वहीं इस मामले में तोमर की बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह ने सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कराया है।

बता दें कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक पियूष बबेले ने वीडियो को ट्वीट किया है, उसमें कथित तौर पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की बेटे देवेंद्र प्रताप तोमर उर्फ रामू से जुड़ा बताया गया है। इसमें देवेंद्र तोमर फोन पर किसी बड़े कारोबारी से करोड़ों रुपयों की लेनदेन को लेकर बातचीत कर रहे हैं, जिसमें दूसरा व्यक्ति ट्रांजेक्शन के लिए अलग-अलग कर से पांच खातों की डिटेल मांग रहा है, इसके साथ ही वह वक्त पूछ रहा है।


इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ग्वालियर निवासी पप्पू सिंह तोमर ने हजीरा थाने में एक शिकायत दर्ज कराई है जिसमें कहा है कि वीडियो वायरल करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

इस आवेदन में कहा गया है कि "तथाकथित रूप से मेरे द्वारा करोड़ों के लेनदेन की बात कर दुष्प्रचारित किया जा रहा है। इस कूट रचित वीडियो में एडिटिंग कर मेरे विरुद्ध साजिश रची जा रही है तथा नकारात्मक माहौल बनाया जा रहा है। वीडियो क्लिप से मेरी सार्वजनिक छवि और ख्याति को हानि पहुंचाने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर वायरल किया जा रहा है। वास्तविकता यह है कि मेरे द्वारा ऐसी कोई भी धनराशि न मेरे किसी बैंक खाते में जमा हुई है और न ही मेरे परिवार के किसी बैंक खाते या मुझसे जुड़े किसी भी व्यक्ति के बैंक खाते में प्राप्त हुई है। यह पूरी तरह से झूठ और मनगढ़ंत है। इस षड्यंत्र की जांच कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।"

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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