यूपी चुनावः BJP का दाव पड़ा उल्टा, नाराज गुर्जर समाज ने 26 सितंबर को बुलाई पंचायत, हल्ला बोल का करेंगे ऐलान

दादरी के गुर्जर योगी से तो नाराज हैं ही, लेकिन निशाने पर इलाके के बीजेपी विधायक तेजपाल नागर भी हैं। तेजपाल नागर को गुर्जर समाज अपने समाज से गद्दारी करने वाला कह रहा है। सोशल मीडिया पर तेजपाल के खिलाफ मुहिम चलाई जा रही है।

फोटोः सोशल मीडिया
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जावेद छौलसी

गुर्जर समाज का 26 सितंबर को मिहिर भोज कॉलेज में पंचायत का ऐलान

उत्तराखंड, राजस्थान के भी गुर्जर शामिल होंगे

सरकार के खिलाफ हल्ला बोल का ऐलान करेंगे

मेरठ में गुर्जरों ने सांसद सुरेंद्र नागर और योगी का पुतला फूंका

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दादरी विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के दौरान राजा मिहिर भोज की जाति को लेकर उभरा विवाद अब बीजेपी के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है। दादरी विधानसभा से बीजेपी विधायक तेजपाल नागर ने जिस उम्मीद से सूबे के मुख्यमंत्री को अपने यहां बुलाया था, उसका कोई फायदा उन्हें होता नजर नहीं आ रहा। उल्टे अपने ही समाज की नजरों में वह गिर गए हैं और विरोध का सामना करने की नौबत आ गई है।

सीएम योगी और स्थानीय बीजेपी विधायक से नाराज गुर्जर समाज ने अब 26 सितंबर को मिहिर भोज कॉलेज में पंचायत बुलाने का ऐलान कर दिया है। इसमें उत्तराखंड और राजस्थान के भी गुर्जर शामिल होंगे। कहा जा रहा है कि इस पंचायत में गुर्जर बीजेपी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल का ऐलान करेंगे। इस बीच मेरठ के गुर्जरों ने राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर और सीएम योगी का पुतला फूंककर हल्ला बोल की शुरुआत भी कर दी है।

दरअसल हुआ यह कि जब सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम की शुरुआत जोरों पर थी, तो इसके पोस्टर-बैनर आदि पर राजा मिहिर भोज के नाम के आगे गुर्जर शब्द लिखा था। इस पर राजपूत समाज के लोगों ने गुर्जर शब्द का विरोध करना शुरू कर दिया। इसके बाद दोबरा जो बोर्ड्स और फलैक्स लगाए गए तो उनमें सम्राट मिहिर भोज के आगे गुर्जर शब्द हटा दिया गया। इसी बात से इलाके के गुर्जर समाज के लोग नाराज हो गए। उन्होंने कई जगह धरना प्रदर्शन भी किया और उन बोर्ड और फ्लैक्स को आग के हवाले भी कर दिया।

तेजपाल नागर ने कई बार यह बात कहा कि मिहिर भोज गुर्जर सम्राट थे इसमें किसी को कोई शक नहीं करना चाहिए। इलाके के गुर्जर तो उनके इस बयान से शांत होते नजर आ रहे थे, लेकिन उनको यह नहीं मालूम था कि यह सिर्फ दिखावे का ही बयान है। दरअसल हुआ यह कि सम्राट मिहिर भोज की जिस प्रतिमा का अनावरण योगी को करना था, उसके शिलापट्ट पर मिहिर भोज के नाम के आगे गुर्जर प्लास्टिक की टेप पर प्रिंट करा हुआ लिखा था। लोगों ने इसे देखा और माहौल नार्मल होने लगा। लेकिन तेजपाल नागर ने कुछ ऐसा किया कि पूरा गुर्जर समाज उनके खिलाफ सड़कों पर आने को मजबूर हो गया।


दरअसल तेजपाल नागर लगातार मुख्यमंत्री योगी के संपर्क में थे। उनके आने से चंद मिनट पहले ही तेजपाल नागर ने मिहिर भोज की प्रतिमा से प्लास्टिक की टेप पर प्रिंट हुआ गुर्जर शब्द हटा दिया। अब शिलापट्ट पर सिर्फ सम्राट मिहिर भोज लिखा हुआ था। जब तक वहां मौजूद लोग इस बात को समझ पाते सीएम योगी वहां पहुंच गए। उन्होंने प्रतिमा का अनावरण किया और मंच की तरफ रवाना हो गए। लोगों को इस बात का पता तो चल गया कि मिहिर भोज के नाम के आगे से गुर्जर शब्द हटा दिया गया है लेकिन तेजपाल की चालाकी के आगे उनकी कुछ न चल सकी।

योगी ने जैसे ही मंच को छोड़ा गुर्जर समाज के लोग तेजपाल को घेरने की कोशिश करने लगे। तेजपाल जैसे-तैसे वहां से बचकर निकल गए। इसके बाद भीड़ ने तेजपाल के घर का रुख किया। तेजपाल के घर को चारों तरफ से घेर लिया गया। तेजपाल वहां भी नहीं मिले, लेकिन उनके बेटे दीपक नागर को भीड़ ने घेरकर खूब खरी-खोटी सुनाई ओर आगे के लिए चेतावनी भी दे डाली।

यह बात पूरे इलाके में हवा की तरह फैल गई। क्योंकि दादरी गुर्जर बहुल इलाका है, इसीलिए इलाके की हवा देर शाम तक पूरी तरह बदल चुकी थी। हालात की नज़ाकत को प्रशासन भी भांप गया था। प्रशासन ने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के पास सुरक्षा के कड़े इंतेज़ाम कर दिए। मिहिर भोज की प्रतिमा के शिलापट्ट को ढक दिया गया। जिसे अभी तक भी खोला नहीं गया है। पुलिस लोगों को कोविड का हवाले देते हुए एक साथ इक्कठा नहीं होने दे रही है।

गौरतलब है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुर्जर समुदाय का समर्थन हासिल करने के लिए योगी पिछले कई दिनों से दौरे पर थे। दरअसल नोएडा, हापुड, गाज़ियाबाद, मेरठ, सहारनपुर, कैराना, बिजनौर, संभल आदि ज़िलों की तकरीबन 25 सीटों पर गुर्जर समुदाय निर्णायक साबित होता है। 2017 के विधानसभा चुनाव में इसी इलाके से बीजेपी के गुर्जर समुदाय के पांच लोगों ने जीत हासिल की थी। इनमें दादरी विधायक तेजपाल नागर के साथ-साथ नंदकिशोर गुर्जर, प्रदीप चौधरी, अवतार सिंह भडाना, सोमेंद्र तोमर शामिल हैं।


इस इलाके में दादरी को ही गुर्जरों का दिल माना जाता है। दादरी के गुर्जर योगी से तो नाराज़ हैं ही, लेकिन हाल की घटना से अब उनके निशाने पर इलाके के विधायक तेजपाल नागर भी हैं। तेजपाल नागर को गुर्जर समाज अपने समाज से गद्दारी करने वाला कह रहा है। सोशल मीडिया पर भी तेजपाल के खिलाफ मुहिम चलाई जा रही है। सिर्फ दादरी इलाके का ही नहीं बल्कि उत्तराखंड और राजस्थान के गुर्जरों का भी समर्थन इस मुहिम को मिल रहा है।

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Published: 24 Sep 2021, 6:20 PM