UP: आगरा में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा, उटंगन नदी में डूबे 13 युवक, 3 शव बरामद, 9 की तलाश जारी

ग्रामीणों के मुताबिक, मूर्ति बीच पानी में ले जाते समय अचानक एक युवक का पैर फिसल गया। उसे बचाने की कोशिश में अन्य युवक और किशोर भी गहरे पानी में समा गए।

फोटो: सोशल मीडिया
i
user

नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के खेरागढ़ स्थित उटंगन नदी में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा हो गया। गांव कुसियापुर डूगरवाला के 13 युवक और किशोर गहरे पानी में डूब गए। ग्रामीणों की मदद से एक युवक विष्णु को बचा लिया गया जबकि देर रात तक 3 शव बरामद हुए। अब भी 9 युवकों का कोई पता नहीं चल सका है, जिनमें 5 नाबालिग शामिल हैं। इस दर्दनाक घटना से पूरे इलाके में मातम पसर गया है।

कब हुआ हादसा?

गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे, गांव कुसियापुर के 40-50 लोग मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए उटंगन नदी पहुंचे थे। चामड़ माता मंदिर में नवरात्र पर 4 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई थी, जिसका विसर्जन दशहरे पर होना था। विसर्जन के लिए 11 से 15 युवक और किशोर नदी के अंदर गए।

ग्रामीणों के मुताबिक, मूर्ति बीच पानी में ले जाते समय अचानक एक युवक का पैर फिसल गया। उसे बचाने की कोशिश में अन्य युवक और किशोर भी गहरे पानी में समा गए। सभी ने हाथ पकड़ रखे थे और मूर्ति को थामे हुए थे, लेकिन गहराई और गड्ढों की जानकारी न होने के कारण वे बच नहीं सके।


रेस्क्यू अभियान

ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए एक युवक विष्णु (20) को जीवित बाहर निकाल लिया। उसकी हालत गंभीर है और उसे एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा रेफर किया गया है।

  • पुलिस और गोताखोरों की मदद से ओमपाल (25) और गगन (24) के शव निकाले गए।

  • देर रात तक मनोज (किशोर) का शव भी बरामद हुआ।

  • 9 युवकों की तलाश एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोर कर रहे हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि घटना के दौरान मौके पर पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं थे। हादसे की सूचना मिलने के करीब आधे घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने एसडीआरएफ टीम के देर से पहुंचने पर नाराजगी जताते हुए जाम भी लगाया, जिसे दो घंटे बाद शांत कराया गया।

प्रशासन की मौजूदगी और जांच

हादसे की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी और डीसीपी पश्चिमी जोन अतुल शर्मा मौके पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मूर्ति विसर्जन स्थल पर ड्यूटी तैनात थी, लेकिन हादसा विसर्जन स्थल से कुछ दूर बीच नदी में हुआ।


ग्रामीणों का आक्रोश

ग्रामीणों का आरोप है कि अगर पुलिस और बचाव दल समय पर मौजूद होते तो इतने बड़े हादसे को टाला जा सकता था।

मौजूदा स्थिति

  • अब तक 3 शव बरामद हो चुके हैं।

  • 9 युवक और किशोर लापता हैं, जिनकी तलाश लगातार जारी है।

  • गांव और आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर है।

  • प्रशासन ने बचाव कार्य तेज करने का आश्वासन दिया है।