योगी के मंत्री ने कहा- पराली जलाने से नहीं हो रहा प्रदूषण, भगवान इंद्र देव को मनाने के लिए यज्ञ कराए सरकार

मंत्री सुनील भराला ने कहा कि प्रदूषण के लिए पराली-पराली चिल्लाना किसानों पर सीधा हमला है। किसान परिवार में जन्मे लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है। किसान गन्ना छीलता है तो उससे कूड़ा तो जमा होता ही है, जिस वो जलाते हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार में मंत्री सुनील भराला ने प्रदूषण को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से प्रदूषण नहीं होता है। प्रदूषण से बचने के लिए हमें भगवान इंद्र देव की प्रार्थना करनी चाहिए।

योगी के मंत्री ने कहा, “प्रदूषण के लिए पराली-पराली चिल्लाना किसानों पर सीधा हमला है। किसान परिवार में जन्मे लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है। किसान गन्ना छीलता है तो उससे पत्ती निकल कर आती है। अगर कोई फसल कटता है, चाहे वह की उड़द की दल, अरहर की दाल हो या फिर मूंग की दाल हो। इन सभी चीजों को छीलने के बाद कूड़ा इकट्ठा हो जाता है। इसे हमेशा से जलाया जाता रहा है। जब यह जलेगा तो थोड़ा बहुत धुआं जरूर निकलेगा। इससे प्रदूषण ज्यादा नहीं होता। यह तो प्राकृतिक सिस्टम किसान का है।”


मंत्री जी ने आगे कहा, “पराली जलाने को लेकर जो हमला हो रहा है। यह बेहद दुखद है। इस पर विचार किया जाना चाहिए और मैं यह कहना चाहता हूं कि जितना ध्यान इस बात पर दिया जा रहा है, गांवों में यज्ञ करने की जो हमारी परंपराएं थीं उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सरकारें भी यज्ञ कराएं, भगवान इंद्र देव को मनाए, ताकि बारिश हो और सब ठीक हो जाए।”

गौरतलब है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, नोएडा, गाजियाबाद और हरियाणा के गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर बेहद खतरना स्तर पर पहुंच गया ह। यहां पर हवा की गुणवत्ता 1000 को पार कर चुकी है। आलम यह है कि लोग को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इसके साथ ही आखों में जलन की शिकायत भी लोग कर रहे हैं।


एक्यूआई 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia