प्रयागराज कुंभ के दौरान योगी ने लगाया शादियों पर बैन, स्नान से एक दिन पहले और एक दिन बाद नहीं होगा कोई समारोह

सीएम योगी आदित्यनाथ के इस फरमान से लोगों को एक बार फिर से पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले की याद आ गई है, जिससे रातोंरात लोग पैसे-पैसे को मोहताज हो गए थे और उस दौरान भी देश भर में हजारों शादियों या तो टूट गई थीं या फिर उनकी तारीख बदलनी पड़ी थी।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश में बीजेपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक अनोखा आदेश जारी किया है। नये आदेश के तहत अगले साल जनवरी से मार्च के दौरान प्रयागराज में होने वाले कुंभ स्नान के दौरान शहर में शादी समारोहों पर प्रतिबंध रहेगा। योगी सरकार के जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेश के मुताबिक प्रयागराज में ‘कुंभ स्नान’ से एक दिन पहले और एक दिन बाद शादी की अनुमति नहीं दी जाएगी जो कि अगले साल जनवरी और मार्च के बीच है। जिला प्रशासन द्वारा इस आदेश की कॉपी जिले के सभी शादी हॉल और होटलों के मालिकों को भेजी गई है, जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि वे उस दौरान की सभी बुकिंग रद्द कर दें।

योगी सरकार के इस तुगलकी फैसले से शहर के लोग अचंभे में हैं। लोग सरकार के इस अजीब फैसले से खुश नहीं हैं। कई लोगों ने काफी पहले से ही तय शादियों के लिए गेस्ट हाउस, बैंक्वेट हॉल, शादी लॉन और यहां तक की कैटरर्स की भी पहले से बुकिंग कर रखी थी, अब वे सरकार के इस नये फरमान से पसोपेश में हैं। आमतौर पर हिंदू धर्म में मकर संक्रांति के बाद से खरमास का अंत माना जाता है और सभी शुभ कार्य इसके बाद ही शुरू होते हैं। ऐसे में शहर में जनवरी से मार्च के बीच शादियों की तारीख रखने वाले हजारों लोगों को या तो तारीख बदलनी पड़ रही है, या फिर शहर।

सरकार के नये फरमान से शादियों के बिजनेस से जुड़े लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सजावट, फूल, कैटरिंग आदि का काम करने वालों के लिए यही सीजन कमाई का होता है, लेकिन योगी के नये फरमान के बाद नई कमाई तो दूर अब उन्हें अग्रिम बुकिंग के लिए पैसे भी लोटाने की नौबत आ गई है। हजारों छोट-मोटे लोग तो कमाई के लिए पूरी तरह से शादियों के इस सीजन पर ही निर्भर रहते हैं। बता दें कि इससे पहले सीएम योगी ने कुंभ के दौरान प्रयागराज में गंगा नदी को साफ रखने के लिए कानपुर के चमड़ा कारखानों को 15 दिसंबर, 2018 से 15 मार्च, 2019 तक बंद करने का आदेश दिया था।

ऐसे में इन लोगों को एक बार फिर से पीएम मोदी के अचानक से लिए नोटबंदी के फैसले की याद आ गई है, जिससे रातोंरात लोग पैसे-पैसे को मोहताज हो गए थे और उस दौरान भी देश भर में हजारों शादियों या तो टूट गई थीं या फिर उनकी तारीख बदलनी पड़ी थी। फैसले से प्रभावित जिले के कई लोग सरकार के फरमान के खिलाफ कोर्ट जाने का मन भी बना रहे हैं।

बता दें कि अगले साल लगने वाले कुंभ के दौरान 6 पवित्र स्नान होंगे। दो स्नान जनवरी में होंगे। पहला स्नान 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर और दूसरा स्नान 21 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर होगी। इसके बाद फरवरी में 4 तारीख को मौनी अमावस्या, 10 फरवरी को बसंत पंचमी और 19 फरवरी को माघी पूर्णिमा ‘स्नान’ होगा। 6ठा स्नान 4 मार्च को महाशिवरात्रि पर होगा। इस स्नान पर्व में देश भर से बड़ी संख्या में श्रद्धालओं के आने की संभावना है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia