UPSC टॉपर इशिता को तीसरे प्रयास में मिली कामयाबी, मां को दिया श्रेय, छात्रों को दी तुलना नहीं करने की सीख

इशिता किशोर ने बताया कि सिविल सर्विसेज को लेकर यह उनका तीसरा प्रयास था। शुरूआती दो प्रयासों में सफलता नहीं मिली थी। उन्होंने कहा कि ये विफलताएं कभी उन के इरादों को कमजोर नहीं कर सकीं।

UPSC टॉपर इशिता ने मां को दिया श्रेय और छात्रों को तुलना नहीं करने की सीख दी
UPSC टॉपर इशिता ने मां को दिया श्रेय और छात्रों को तुलना नहीं करने की सीख दी
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नवजीवन डेस्क

यूपीएससी ने आज सिविल सेवा परीक्षा 2022 का रिजल्ट जारी कर दिया है। इसमें ग्रेटर नोएडा की रहने वाली इशिता किशोर ने टॉप किया है। इशिता किशोर के बाद दूसरे नंबर पर गरिमा लोहिया आई हैं, जबकि तीसरा स्थान उमा हराती एन को और चौथा नंबर स्मृति मिश्रा मिश्रा को हासिल हुआ है। इस बार कुल 933 अधिकारियों का चयन इस परीक्षा के माध्यम से किया गया है।

इशिता किशोर ने यह मुकाम हासिल करने के लिए एक लंबा सफर तय किया है। इतनी बड़ी कामयाबी हासिल करने वाली इशिता को शुरूआती दौर में नाकामियों का भी सामना करना पड़ा। इशिता ने बताया कि इससे पहले वह यूपीएससी परीक्षा के दो प्रयास कर चुकी हैं, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी थी। इशिता किशोर ने दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए ऑनर्स किया है। उनके मुताबिक मधुबनी पेंटिंग बनाना उनका शौक है।

दिल्ली से कुछ दूरी पर स्थित ग्रेटर नोएडा में अपने अभिभावकों के साथ रहने वाली इशिता किशोर ने बताया कि सिविल सर्विसेज को लेकर यह उनका तीसरा प्रयास था। शुरूआती दो प्रयासों में इशिता विफल रही थीं। हालांकि यह विफलताएं इशिता के इरादों को कमजोर नहीं कर सकीं। उनका कहना है कि आज इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने एक लंबी यात्रा तय की है। इशिता किशोर का कहना है कि वह बीते 3 सालों से लगातार यूपीएससी की तैयारी कर रही थीं।

मंगलवार को यूपीएससी परिणाम में टॉपर घोषित किए जाने के बाद इशिता किशोर बेहद प्रसन्न थीं। उन्होंने कहा कि यहां तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। इशिता का कहना है कि यह परीक्षा पास करने के लिए बीते 3 साल में उन्होंने बहुत मेहनत की है। अपनी इस कामयाबी का श्रेय उन्होंने मुख्य तौर पर अपनी मां को दिया। इशिता ने इस विषय पर कहा कि इस कामयाबी का श्रेय यूं तो किसी एक व्यक्ति को नहीं दिया जा सकता।


इशिता के मुताबिक कोई भी व्यक्ति अकेले कामयाब नहीं बन सकता इसमें बहुत से लोगों का प्रयास शामिल होता है। हालांकि अपनी मां को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें मां का सहयोग सदैव मिलता रहा। इशिता किशोर का कहना है कि उनकी मां उनका सबसे बड़ा सपोर्ट सिस्टम था।
इशिता किशोर ने बताया कि उनकी मां हर कदम पर उनके साथ खड़ी रही। मां कहती थी कि तुम केवल पढ़ाई करो और बाकी सारी बातें मुझ पर छोड़ दो। उन्होंने बताया कि यह उनकी मां ही है जिन्होंने उनके लिए इतना सब कुछ किया।

इशिता ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अपने संदेश में कहा कि धीरे-धीरे लेकिन पूरी गंभीरता के साथ अपनी तैयारी करें। उन्होंने छात्रों के लिए यह परीक्षा देने की तैयारी कर रहे छात्रों को दिए अपने संदेश में कहा कि सभी उम्मीदवारों को अपनी कमजोरी और ताकत पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और दूसरों से कभी भी अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए।

गौरतलब है कि यूपीएससी ने सिविल सर्विसेज की परीक्षा 2022 का फाइनल रिजल्ट आज जारी कर दिया है। इशिता किशोर ने यूपीएससी 2022 की परीक्षा में टॉप किया है। खास बात यह है कि टॉप 4 की सभी सीटों पर लड़कियां ने बाजी मारी है। यूपीएससी के मुताबिक इस बार कुल 933 अधिकारियों का चयन इस परीक्षा के माध्यम से किया गया है। कुल पास उम्मीदवारों में से इस बार कुल 183 सफल उम्मीदवारों का चयन आईएएस अधिकारियों के रूप में किया गया है।

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