इलाहाबाद: दीनदयाल की मूर्ति के लिए आनंद भवन के सामने से हटा दी पंडित नेहरू की प्रतिमा
पंडित नेहरू की प्रतिमा को हटाने पर जब सवाल पूछा गया तो प्रशासन ने कहा कि चौराहे का सौंदर्यीकरण कराने के लिए मूर्ति को हटाया गया है। सौंदर्यीकरण ही करना था तो पंडित दीनदयाल की मूर्ति को क्यों नहीं हटाया गया? इसका प्रशासन के पास कोई जवाब नहीं था।
![फोटो: सोशल मीडिया](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2018-09%2F0946bce8-8b10-43da-b314-23f77d98c6b2%2FAllahabad_Pandit_Nehru.jpg?rect=12%2C0%2C558%2C314&auto=format%2Ccompress&fmt=webp)
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का इलाहाबाद पैतृक शहर है और यहीं पर उनका पैतृक आवास आनंद भवन भी है। आपको जानकर यह हैरानी होगी पंडित नेहरू के पैतृक आवास आनंद भवन के सामने लगी उनकी प्रतिमा को प्रशासन ने सिर्फ इसलिए हटवा दिया, क्योंकि उसे पंडित दीनदयाल उपाध्याय के मूर्ति स्थल का विस्तार करना था।
वहीं मीडिया ने पंडित नेहरू की प्रतिमा को हटाने को लेकर जब सवाल पूछा तो प्रशासन ने कहा कि चौराहे का सौंदर्यीकरण कराने के लिए मूर्ति को हटाया गया है। प्रशासन से जब यह पूछा गया कि सौंदर्यीकरण ही करना था तो पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति को क्यों नहीं हटाया गया? इसका प्रशासन के पास कोई जवाब नहीं था।
प्रतिमा हटाने के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जोरदार हंगामा किया और योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि योगी सरकार ने बदले की भावना से यह कार्रवाई करवाई है। कांग्रेस का कहना है कि एक विचारधारा को खत्म करने के लिए बीजेपी सरकार ने पंडित नेहरू की प्रतिमा को हटाने का दुर्भाग्यपूर्ण काम किया है।
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