उत्तर प्रदेश: मुजफ्फरनगर में बर्ड फ्लू की दस्तक से दहशत, हैदरपुर वेटलैंड पर भी खतरे का साया

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। तीन दिन मीरापुर थाना क्षेत्र के एक गांव कुतुबपुर में मृत मिले एक दर्जन कौओं की जांच के बाद बरेली से आई रिपोर्ट से हड़कंप मच गया है।

फोटो: आस मोहम्मद कैफ
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आस मोहम्मद कैफ

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। तीन दिन मीरापुर थाना क्षेत्र के एक गांव कुतुबपुर में मृत मिले एक दर्जन कौओं की जांच के बाद बरेली से आई रिपोर्ट से हड़कंप मच गया है। पशुपालन विभाग की टीम पूरे गांव को सेनेटाइज़ कर रही है।आसपास के इलाके में हाल के दिनों में आर्कषण का केंद्र बने हैदरपुर वेटलैंड पर भी खतरे का साया मंडरा रहा है यहां इस मौसम में दुनिया भर से पक्षी आकर जुटते है।

फोटो: आस मोहम्मद कैफ
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यह संकट तीन दिन पूर्व कुतुबपुर में एक दर्जन कौवों की मौत के बाद शुरू हुआ जब अचानक एक दर्जन से अधिक कौओं को मृत पाएं जाने के बाद जांच की प्रकिया की गई और दो ही दिन में बरेली से आई इसकी रिपोर्ट के प्रशासन में हड़कंप मच गया है। अब बर्ड फ्लू से होने की पुष्टि के बाद पशुपालन विभाग में विभाग की टीम ने कुतुबपुर पहुँचकर कौवों के मृत पाए जाने वाले स्थानों को सेनेटाइज किया तथा ग्रामीणों को बीस दिन तक उस स्थान से दूर रहने और सतर्कता बरतने की सलाह दी है।

फोटो: आस मोहम्मद कैफ
फोटो: आस मोहम्मद कैफ

इससे पहले मुजफ्फरनगर की जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने पशुपालन विभाग की टीम के डॉ डीपी सिंह के नेतृत्व में मृत पाए गए कौवों के जांच और पोस्टमार्टम के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान भेजा था। यहाँ रिपोर्ट में कौवों की मौत बर्ड फ्लू से होने की बात सामने आई। हालांकि मुजफ्फरनगर प्रशासन खुले तौर पर इसका ऐलान नहीं कर रहा है मगर उनके द्वारा तमाम सावधानियां इस और निश्चित संकेत दे रहे हैं।

उत्तर प्रदेश: मुजफ्फरनगर में बर्ड फ्लू की दस्तक से दहशत, हैदरपुर वेटलैंड पर भी खतरे का साया

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एमपी सिंह के मुताबिक 13 जनवरी को उन्हें कुतुबपुर गांव में 8 मृत कौओं की रिपोर्ट बरेली भेज दी गई थी। 16 जनवरी शाम को बरेली से रिपोर्ट आने के बाद 0-10 किलोमीटर के इलाके को एपीसेन्टर घोषित किया गया है। 10 किमी की परिधि में पोल्ट्री तथा अंडा मार्किट को 21 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। एपीसेन्टर के 500 मीटर के इलाके में वाहनों और पशुओं के जाने पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा जनपद मुख्यालय पर कंट्रोल रूम की स्थापना कर दी गई है।


इसके अलावा अन्य जगह चिकन और अण्डे की बिक्री करने वाले दुकानदारों को भी साफ सफाई रखने मास्क और ग्लब्स पहनने तथा मृत मुर्गो के पँखो को खुले में नहीं फेंकने की हिदायत दी गई है। प्रतिदिन दुकानों को सेनेटाइज करने के लिए कहा गया है।

गंगा किनारे हैदरपुर वेटलैंड पर भी खतरा का साया मंडरा रहा है। यहां दुलर्भ पक्षियों का आवागमन रहता है। एपीसेन्टर से हैदरपुर वेटलैंड की दूरी 25 किमी है यहां पर्यटकों का आवागमन बाधित कर दिया गया है। इसके लिए आरआरटी टीम गठित कर दी है।

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