उत्तराखंड: फूलों की घाटी के प्रवेश द्वार घांघरिया में लैंडस्लाइड, फंसे श्रद्धालुओं को SDRF ने किया रेस्क्यू

फूलों की घाटी के मुख्य पड़ाव घांघरिया मुख्य बाजार के ठीक सामने पहाड़ी धंस कर नीचे लक्ष्मण गंगा में जा गिरी है। पहले तो धीरे-धीरे पहाड़ से पत्थर गिरने की आवाज सुनाई दी। उसके बाद अचानक ही पहाड़ का आधा हिस्सा नीचे की तरफ आने लगा।

फोटो: IANS
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आईएएनएस

चमोली जिले में स्थिति फूलों की घाटी के मुख्य पड़ाव घांघरिया मुख्य बाजार के ठीक सामने पहाड़ी धंस कर नीचे लक्ष्मण गंगा में जा गिरी है। पहले तो धीरे-धीरे पहाड़ से पत्थर गिरने की आवाज सुनाई दी। उसके बाद अचानक ही पहाड़ का आधा हिस्सा नीचे की तरफ आने लगा। घांघरिया में मौजूद लोगों ने पहाड़ टूटकर गिरने की तस्वीर को अपने कैमरे में कैद कर लिया। हालांकि पहाड़ टूटने से किसी को नुकसान नहीं पहुंचा है। इसके साथ ही फूलों की घाटी जाने वाले रास्ते पर बना पुल बहने के चलते कुछ यात्री फंस गए थे, जिन्हें एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया और सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। बरसात के दौरान पहाड़ों पर लैंडस्लाइड की ऐसी खतरनाक तस्वीरें आती रहती हैं।

बुधवार दोपहर करीब 2 बजे चमोली जिले के घांघरिया में लैंडस्लाइड की सूचना मिली। लैंडस्लाइड आबादी के क्षेत्र में नहीं हुआ है। हेमकुंड साहिब जाने वाले यात्रियों को रोका गया है। लगातार नदियों के जलस्तर की मॉनिटरिंग की जा रही है। गोविंदघाट हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि हेमकुंड धाम जाने वाले रास्ते में कोई दिक्कत नहीं है। रास्ते के दूसरी तरफ यह घटना हुई है। यात्रा निरंतर जारी है।


वहीं, डीआईजी एसडीआरएफ रिधिम अग्रवाल ने मामले पर अधिक जानकारी देते हुए बताया कि चमोली जिले के घांघरिया से मिल रही ताजा सूचना के मुताबिक, सुरक्षा कारणों से हेमकुंड जाने वाले तकरीबन 30 से 35 यात्रियों को रोका गया है। हालांकि, हेमकुंड साहिब से वापस आने वाले यात्री ढूंढा के नए पुल से वापस आ सकते हैं।

वहीं, इसके अलावा डीआईजी एसडीआरएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि हेवी रेनफॉल को देखते हुए डाउनस्ट्रीम में लगातार नदियों का जलस्तर को भी वॉच किया जा रहा है। हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। बता दें कि उत्तराखंड में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। जिसके बाद से आपदा प्रबंधन विभाग एक्शन में है। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने हालात को देखते हुए यात्रा मार्गों के साथ ही अन्य 400 जगहों पर जेसीबी मशीनें लगाई हैं। इसके साथ ही प्रदेश में पांच जगहों पर एनडीआरएफ की तैनाती भी की गई है। प्रदेश में 9 जनपदों में स्कूलों को एहतियात के तौर पर बंद किया गया है।

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