उत्तराखंडः रामनगर में जंगल किनारे 10 से ज्यादा बंदरों की एक साथ मौत, वन विभाग में मचा हड़कंप

रामनगर वन प्रभाग के कोसी रेंज में कुछ लोग लकड़ी लेने जंगल जा रहे थे। तभी रामनगर हल्द्वानी मार्ग पर बाल सुंदरी मंदिर के पास काफी संख्या में मरे हुए बंदर दिखाई दिए। जिसके बाद उन्होंने आनन-फानन में इसकी सूचना वन अधिकारियों को दी।

उत्तराखंड के रामनगर में जंगल किनारे 10 से ज्यादा बंदरों की एक साथ मौत से मचा हड़कंप
उत्तराखंड के रामनगर में जंगल किनारे 10 से ज्यादा बंदरों की एक साथ मौत से मचा हड़कंप
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नवजीवन डेस्क

उत्तराखंड के रामनगर में बाल सुंदरी मंदिर के पास जंगल किनारे एक साथ कई बंदरों के शव मिलने से वन महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। वन कर्मियों ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही वन विभाग की टीम आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है। आशंका है कि किसी ने खाने में विषाक्त पदार्थ मिलाकर बंदरों को खिला दिया होगा जिससे उनकी मौत हो गई।

दरअसल, रामनगर वन प्रभाग के कोसी रेंज में कुछ लोग लकड़ी लेने जंगल जा रहे थे। तभी रामनगर हल्द्वानी मार्ग पर बाल सुंदरी मंदिर के पास काफी संख्या में मरे हुए बंदर दिखाई दिए। जिसके बाद उन्होंने आनन-फानन में इसकी सूचना वन अधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही वनाधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और बंदरों के शवों को कब्जे में ले लिया।


फिलहाल इतनी बड़ी संख्या में बंदरों की मौत का कारण पता नहीं चल पाया है। वन आरक्षी वीरेंद्र प्रसाद पांडे का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बताया जा रहा है कि 10 से ज्यादा बंदरों की एक साथ मौत हुई है, जिनके शव मिले हैं। वन विभाग की टीम आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है।

इतनी बड़ी तादाद में बंदरों की मौत कभी भी राजनीतिक रूप ले सकती है। घटना की जानकारी मिलने पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भी एक साथ कई बंदरों की मौत पर रोष व्यक्त किया है। उनका कहना है कि यह हिंदू समाज की आस्था से जुड़ा हुआ मामला है। बजरंग दल के प्रखंड उपाध्यक्ष हृदयेश शर्मा ने कहा कि वो वन विभाग के अधिकारियों और पुलिस प्रशासन को ज्ञापन देकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।

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